सर्व गडरिया सामाजिक संगठन प्रमुख श्री खिलेश्वर पाल जी ने समाज मे संगठन और परिवार के महत्व को बताया,उन्होंने कहा हम अपने परिवार से सबसे बुनियादी और सबसे महत्वपूर्ण सामाजिक कौशल सीखते हैं।
इसके अलावा, हम उनके माध्यम से अपनी भावनात्मक जरूरतों को भी पूरा करते हैं।
मनुष्य सामाजिक प्राणी हैं, कुछ ऐसा जिसका अर्थ है कि हमारे लिए पूरी तरह से एकान्त जीवन व्यतीत करना संभव नहीं है।
आधुनिक जीवन कठिन और तनावपूर्ण है।
उपाध्यक्ष श्री राजू देव पाल ने परिवार में संस्कृति के महत्व को बताया-परिवार समाज की संस्कृति को जीवित रखता है। यह सामाजिक संस्कृति के अनुसार अपने सदस्यों को ढालता है। बच्चों को बचपन से ही संस्कृति के विभिन्न पहलुओं के बारे में शिक्षित किया जाता है।
परिवार उनके लिए ऐसा वातावरण बनाता है कि वे अपनी संस्कृति के साथ जीना और व्यवहार करना सीखते हैं।
बलौदाबाजार जिला अध्यक्ष श्री प्रकाश पाल ने परिवार में नैतिक मूल्यों की आवश्यकता बताई
-मानव जीवन में नैतिक मूल्यों की आवश्यकता, महत्त्व अनिवार्यता व अपरिहार्यता जरुरी हैं, ताकि वह अपने परिवार के साथ -साथ सामाजिक दायित्व को निभा सके। नैतिकता सामाजिक जीवन को सुगम एवं विस्तृत बनाती हैं । ... हमें हमेशा लगनपूर्वक सामाजिक, सांसारिक जिमेवारी निभाते हुए कुछ अलग करने की साहस रखना होगा ।
प्रदेश माह सचिव श्री दिनेश पाल ने विश्व परिवार दिवस के मौके पर परिवार के साथ सामंजस्य बनाकर संयुक्त परिवार को खुश रखने के लिये कहा सब साथ रहें. एक दूसरे को प्यार करें.अपनी कहानियां एक दूसरों को सुनाएँ. खुशी वाली भी, बदमाशी वाली भी और दुःख वाली भी. ...
साथ में खाना खाएं. प्यार बढ़ेगा. ...साथ में खेलें.
परिवार को प्राथमिकता दें. ...
बच्चों को पढाई व खेलकूद के अलावां दूसरे काम भी सिखाएं.
त्योहारों और संस्कारों को जियें. .हिंदुस्तान में cousin शब्द नहीं था.अंतरराष्ट्रीय परिवार दिवस की शुभकामनाएं दिया।
*सेंट्रल न्यूज इण्डिया से CNI सिमगा ब्लॉक की खबर*
*प्रकाश पाल*
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