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Friday, May 14, 2021

खेती में नये समाधान - नये विकल्प के लिये सरकार प्रतिबद्ध -- पीएम मोदी

 


अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट 

नई दिल्ली -- आज बहुत ही चुनौतीपूर्ण समय में हम ये संवाद कर रहे हैं। इस कोरोना काल में भी देश के किसानों ने हमारे कृषि क्षेत्र में अपने दायित्व को निभाते हुये अन्न की रिकॉर्ड पैदावार की है।आज अक्षय तृतीया का पावन पर्व है , कृषि के नये चक्र की शुरुआत का समय है और आज ही करीब 19 हजार करोड़ रुपये किसानों के बैंक खातों में सीधे ट्रांसफर किये गये हैं।इसका लाभ करीब-करीब 10 करोड़ किसानों को होगा।

        उक्त बातें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से आज केन्द्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत किसानों को मिलने वाले वित्तीय लाभ की आठवीं किस्त जारी करते हुये कही। इस दौरान केन्द्रीय कृषिमंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर भी उपस्थित रहे। कोरोना संकट के बीच जारी पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत देश के 9.5 करोड़ किसानों को 20,667 करोड़ रुपये ट्रांसफर किये हैं। पीएम मोदी ने कहा कि आज बंगाल के लाखों किसानों को पहली किस्त पहुंची है। जैसे-जैसे राज्यों से किसानों के नाम केंद्र सरकार को मिलेंगे , वैसे-वैसे लाभार्थी किसानों की संख्या और बढ़ती जायेगी। सातवीं किस्त तक इस योजना के तहत  देश के लगभग 11 करोड़ किसानों के पास करीब 01 लाख 35 हजार करोड़ रुपये पहुंच चुके हैं। इनमें से सिर्फ कोरोना काल में ही 60 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा पहुंचे हैं। इस वर्ष अभी तक बीते वर्ष की तुलना में लगभग 10% अधिक गेहूं निर्धारित मूल्यों पर खरीदा जा चुका है। 

अभी तक गेहूं की खरीद का लगभग 58,000 करोड़ रुपये सीधे किसानों के खाते में पहुंच चुका है। अभी तक पंजाब के किसानों के बैंक खातों में करीब 18,000 करोड़ रुपये और हरियाणा के किसानों के बैंक खातों में करीब 9,000 करोड़ रुपये सीधे जमा हो चुके हैं। उन्होंने आगे कहा कि खेती में नये समाधान , नये विकल्प देने के लिये सरकार निरंतर प्रयास कर रही है। जैविक खेती को बढ़ावा देना ऐसे ही प्रयास हैं। इस प्रकार की फसलों में लागत भी कम है , ये मिट्टी और इंसान के स्वास्थ्य के लिये लाभदायक हैं और इनकी कीमत भी ज्यादा मिलती है। पीएम मोदी ने कहा कि सरकार की ये निरंतर कोशिश है कि छोटे और सीमांत किसानों को बैंकों से सस्ता और आसान ऋण मिले। इसके लिये बीते डेढ़ साल से किसान क्रेडिट कार्ड उपलब्ध करने का अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान दो करोड़ से ज्यादा किसान क्रेडिट कार्ड जारी किये गये हैं। 

उन्होंने कहा कि भारत इस कोरोना संकटकाल में दुनियां की सबसे बड़ी मुफ्त राशन की योजना चला रहा है। पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना के माध्यम से पिछले वर्ष आठ महीने तक गरीबों को मुफ्त राशन दिया गया था। इस बार मई और जून में देश के 80 करोड़ से ज्यादा साथियों को राशन देने का प्रबंध किया गया है। उन्होंने कहा कि 100 साल बाद आई इतनी भीषण महामारी कदम-कदम पर दुनियां की परीक्षा ले रही है। हमारे सामने एक अदृश्य दुश्मन है। बीते कुछ समय से जो कष्ट देशवासियों ने सहा है ,अनेकों लोग जिस दर्द - तकलीफ से गुजरे हैं वो मैं भी उतना ही महसूस कर रहा हूं। देश के प्रधानसेवक होने के नाते आपकी हर भावना का मैं सहभागी हूं। कोरोना की सेकंड वेव से मुकाबले में संसाधनों से जुड़े जो भी गतिरोध थे वो तेजी से दूर किये जा रहे हैं ,

 युद्ध स्तर पर काम करने का प्रयास हो रहा है। देश के डॉक्टर , नर्सिंग स्टाफ , सफाई कर्मी , एंबुलेंस ड्राइवर , लैब कर्मचारी ये सभी एक-एक जीवन को बचाने के लिये चौबीसों घंटे जुटे हैं। आज देश में जरूरी दवाओं की आपूर्ति बढ़ाने के लिये युद्ध स्तर पर काम किया जा रहा है। ऑक्सीजन रेल ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई को बहुत बड़ी ताकत दी है। देश के दूर सुदूर हिस्सों में ये स्पेशल ट्रेन ऑक्सीजन पहुंचने में जुटी हैं।

पीएम मोदी ने आगे कहा कि इस संकट के समय में दवायें और जरूरी वस्तुओं की जमाखोरी और कालाबाजारी में भी कुछ लोग लगे हैं। मैं राज्य सरकारों से आग्रह करूंगा कि ऐसे लोगों पर कठोर से कठोर कार्रवाई की जाये , ये मानवता के खिलाफ कार्य है। इस दौरान उन्होंने कहा कि इस समय हमारे सामने एक बहुरूपिया और अदृश्य दुश्मन कोरोनावायरस है। भारत हिम्मत हारने वाला देश नही है और ना ही भारतवासी कभी हिम्मत हारेंगे। इस समय कोरोना का टीका ही बचाव का एक बहुत बड़ा माध्यम है। केंद्र सरकार और सारी राज्य सरकारें मिलकर ये निरंतर प्रयास कर रही हैं कि ज्यादा से ज्यादा देशवासियों को तेजी से टीका लग पाये। देश भर में अभी तक करीब 18 करोड़ वैक्सीन डोज दी जा चुकी हैं। देश भर के सरकारी अस्पतालों में मुफ्त टीकाकरण किया जा रहा है।

 इसलिये जब भी आपकी बारी आये तो टीका जरूर लगवायें। ये टीका हमें कोरोना के विरुद्ध सुरक्षा कवच देगा , गंभीर बीमारी की आशंका को कम करेगा। मास्क और दो गज की दूरी के मंत्र को हमें छोड़ना नहीं है। उन्होंने अंत में दुबारा जोर देते हुये कहा कि आज के इस कार्यक्रम में मैं देश के सभी किसानों को , गांव में रहने वाले सभी लोगों को कोरोना से फिर सतर्क करना चाहता हूं। ये संक्रमण गांवों में भी तेजी से पहुंच रहा है , केंद्र सरकार इससे निपटने के लिये हरसंभव प्रयास कर रही है।

 इस कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तरप्रदेश , महाराष्ट्र , आंध्रप्रदेश , मेघालय और जम्मू-कश्मीर के किसानों से कोरोनाकाल में किसानों को दी गई सहायता राशि , भारत में कोरोना की दूसरी लहर और देश में जारी टीकाकरण को लेकर भी बात की और देश के किसानों को उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिये धन्यवाद भी दिया। गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने छोटे और सीमांत किसानों को आर्थिक सहायता देने के लिये प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि नाम से स्कीम चलायी है। इस योजना के तहत योग्य किसानों को हर साल तीन किस्त में 6000 रुपये दिये जा रहे हैं। इस योजना से जुड़ी सारी जानकारी सरकारी वेबसाइट pmkisan.gov.in पर दी गई है। इस योजना के तहत इससे पहले किसानों को 2000 रुपये की सात किस्तों में 1.15 लाख करोड़ रुपये से अधिक सम्मान राशि दी जा चुकी है।

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