*वनमण्डलाधिकारी संजय यादव के मुख्य आतिथ्य में विश्वविद्यालय परिसर में मना वन महोत्सव*
साल्हेवारा/खैरागढ: दिनांक 07 जुलाई को इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ में राष्ट्रीय सेवा योजना एवं वन मंडल खैरागढ़ के संयुक्त तत्वावधान में इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय मे वन महोत्सव का आयोजन दरबार हाल में किया गया।विश्वविद्यालय परिसर में लगभग 200 छायादार व फलदार वृक्षो का रोपण किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वनमंडलाधिकारी संजय यादव व विशिष्ट अतिथि कुलसचिव प्रोफेसर आईडी तिवारी थे ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय की कुलपति पद्मश्री मोक्षदा चंद्राकर(ममता चंद्राकर) द्वारा किया गया । मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए वनमण्डलाधिकारी संजय यादव ने कहा की खैरागढ़ क्षेत्र वृक्षारोपण के हिसाब से काफी विस्तृत है । विश्वविद्यालय ने हमें इस कार्यक्रम से जुड़ने का शुभ अवसर प्रदान किया है उसके लिए हम विश्वविद्यालय के आभारी हैं । कुलसचिव प्रोफ़ेसर आईडी तिवारी ने कहा की वृक्ष हमारे जीवन में अत्यंत महत्वपूर्ण है।वृक्ष की महत्ता आक्सीजन उत्सर्जन के रूप में काफी महत्वपूर्ण है व कोरोना काल मे आक्सीजन की महत्ता प्रत्येक व्यक्ति ने महसूस की है। भारतीय संस्कृति वनों में ही पल्लवित और पुलकित हुई है। हमारे महाकाव्य भी वनों में ही लिखे गए थे। कोरोना महामारी ने हमें वृक्षारोपण की ओर प्रेरित किया है वृक्ष हमारे जीवन का अभिन्न अंग है। अध्यक्षीय उद्बोधन में कुलपति ने कहा की हमारे पूर्वज बाल्यकाल से ही वृक्ष लगाने के लिए प्रेरित करते थे और इसे पैसे का वृक्ष कहते थे। प्रत्यक्ष रूप से नहीं किंतु अप्रत्यक्ष रूप में वृक्षों से धन की प्राप्ति होती है। पूर्वजों ने जो वृक्ष लगाए थे उसका फल और आनंद हम आज ले रहे हैं हमें भी अपने आने वाले पीढ़ी के लिए वृक्षारोपण करना चाहिए। कार्यक्रम का संचालन एवं आभार प्रोफेसर राजन यादव व्दारा व्यक्त किया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय की पूर्व कुलपति प्रोफेसर डाॅ मांडवी सिंह सहित अध्यापकगण ,संगतकारगण, कर्मचारीगण एवं छात्र छात्राएं उपस्थित थे । कार्यक्रम के पश्चात लोक संगीत संकाय के पास वृक्षारोपण किया गया।
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