दुर्गेश यादव रिपोर्टर पामगढ़
छत्तीसगढ़ में ऑनलाइन ठगी के मामले तो अपनी चरम सीमा पार कर ही चुका था अब ऐसे में नौकरी लगाने के नाम पर झांसा देकर लोगों से लाखों की ठगी करने का मामला अपनी चरम सीमा पार कर रहा है।
जी हां नौकरी एक ऐसा लालच है जिसमें बेरोजगार गरीब घर के युवा सहित उनके परिजन नौकरी करने के लालच में इतने अंधभक्त हो जाते हैं कि नौकरी लगाने के नाम से फ्रॉड करने वाले दलाल लोगों के झांसे में आकर लाखों रुपए दे जाते हैं और बाद में पछतावा के आंसू रोते हैं।
दरअसल ऐसा ही एक मामला जांजगीर-चांपा जिले के पामगढ़ थाना क्षेत्र से निकलकर सामने आया है जहां पामगढ़ क्षेत्र के निवासी परमानंद खरे, संजय बर्मन और दुर्गेश खूंटे के द्वारा कोरबा निवासी कैलाश भट्ट के विरुद्ध में नौकरी लगाने के नाम पर पैसा ठगी करने की मामले में आवेदन दिया गया है जहां पामगढ़ पुलिस द्वारा पार्थी से आवेदन लेकर उन्हें पावती दिया गया है साथ ही साथ उन्हें जांच का आश्वासन भी दिया गया है।
तो वहीं पामगढ़ थाना में रिपोर्ट दर्ज कराने वाले तीनों पार्थी परमानंद खरे, संजय बर्मन, दुर्गेश खूंटे से मिली जानकारी के अनुसार कोरबा निवासी कैलाश भट्ट द्वारा इनको तरह-तरह के लालच देकर इनसे लगभग तीन लाख रुपए से ज्यादा पैसों की ठगी किया गया है साथ ही साथ इन्हें लगातार नौकरी अब लगेगा तब लगेगा कह कर गुमराह करते हुए काफी दिनों से घुमा रहा था जब पार्थी परमानंद खरे दुर्गेश खुटे और संजय बर्मन को उसके बातों पर शंका हुआ तो उनके द्वारा अपना पैसा वापस मांगा गया तो कैलाश भट्ट द्वारा गोल मटोल जवाब देकर बात को टालते हुए नजर आए इस प्रकार दिन-ब-दिन गुजरते गए और पार्थी व उसके परिवार वाले गरीबी और भुखमरी की किल्लत से जूझते चले गए अंत में गरीबी की किल्लत से परेशान होकर और आरोपी कैलाश भट्ट के गोल मटोल जवाब को सुन-सुन के परेशान होकर तीनों पार्थी ने पामगढ़ थाने में उनके विरुद्ध शिकायत दर्ज करवाएं और पुलिस प्रशासन से उचित न्याय की गुहार लगाई।
अब देखना यह होगा कि पामगढ़ पुलिस टीम इस मामले को लेकर किस प्रकार से सक्रियता नजर आती हैं और कितनी बारीकी के साथ गंभीर रूप से इस मामले की जांच करती हैं और लाखों रुपए की ठगी करने वाले आरोपी को पकड़कर इनको उचित न्याय दिलाती है सवाल तो बहुत हैं मगर जवाब एक भी नहीं।
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