महासमुंद 10 जुलाई 2021/ छत्तीसगढ़ शिक्षक संघ शासन शिक्षा विभाग द्वारा पढ़ाई तुंहर द्वार योजना के अंतर्गत स्कूली विद्यार्थियों को ऑनलाइन क्लास, बुलटू के बोल, लाउडस्पीकर व मोहल्ला क्लास के माध्यम से पढ़ाई व्यवस्था करने हेतु शिक्षको को निर्देशित किया गया है। जो वर्तमान परिस्थिति में धरातल पर पूर्ण रूप सफलता मिलना मुश्किल है । ऑनलाइन क्लास कोरोना काल मे विद्यार्थियों को पढ़ाने का एक सशक्त माध्यम है, इसके द्वारा बहुत से छात्र पढ़ाई भी कर रहे हैं, परंतु ग्रामीण क्षेत्रो के विद्यार्थियों को ऑनलाइन क्लास से जुड़ने में नेटवर्क समस्या का भारी सामना करना पड़ता है साथ ही ग्रामीण क्षेत्र के पालको द्वारा स्मार्ट फोन का उपयोग कम ही किया जाता है, भौगोलिक परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए ऑनलाइन क्लास के साथ-साथ मोहल्ला क्लास लेने में भी शिक्षको को कई प्रकार से परेशानियों का सामना करना पड़ता हैं। इसे देखते हुए यू ट्यूब , कोर्स मटेरियल ,आदि का भी अधिक से अधिक समावेश किया जाना आवश्यक हैं, जिससे छात्र किसी भी समय में अध्ययन कर सकते हैं । छत्तीसगढ़ शिक्षक संघ के अनुसार अगर मोहल्ला क्लास से कोरोना संक्रमण नही फैलेगा तो स्कूलो में विद्यार्थियों को कोरोना संक्रमण का खतरा कैसे हो सकता हैं ? मोहल्ला क्लास के लिए अधिकांश गांवों में प्रत्येक मोहल्ला में पर्याप्त भवन की व्यवस्था नही है । बच्चों को एक साथ बैठाने से संक्रमण का खतरा ज्यादा है, साथ ही साथ बालिकाओं को प्रसाधन आदि की व्यवहारिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा हैं। स्कूलो में प्रायोगिक स्तर पर कक्षा ग्यारहवीं, बारहवीं की कक्षा जिसमें, छात्र अलग-अलग संकाय लेकर अध्ययन करते हैं, उन्हें शिफ्टवार बड़े कमरा, हॉल में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए कक्षा का संचालन किया जावे, सफल होने पर सभी कक्षा को बारी-बारी से लगाया जा सकता हैं, जिससे संक्रमण का खतरा कम होगा । स्कूलो में एक क्लास के विद्यार्थियों को रोटेशन के आधार पर बुलाकर तीन से चार ग्रुप में बांटकर कोरोना सुरक्षा नियम का पालन करते हुए प्रत्येक कक्ष मे बैठाने से कक्षा में पर्याप्त दूरी का पालन किया जा सकता है। मोहल्ला क्लास से ज्यादा छात्र को लाभ नहीं मिल रहा हैं, संक्रमण का खतरा भी बना रहता हैं। राज्य शासन से निवेदन है कि कोरोना संक्रमण काल मे पढ़ाई व्यवस्था कैसे सुरक्षित तरीके से संचालित किया जाय इस पर सभी शिक्षक संघो के साथ बैठक कर सुझाव लेकर शिक्षक संघो द्वारा दिये गए सुझाव पर विचार कर एक बेहतर योजना तैयार किया जाय जिससे विद्यार्थी व शिक्षक सुरक्षित रहकर पढ़ाई व्यवस्था सुचारू रूप से संचालित कर सके । उक्त विचार छत्तीसगढ़ शिक्षक संघ के प्रांताध्यक्ष ओंकार सिंह ठाकुर, प्रांतीय महामंत्री यशवंत वर्मा, प्रांतीय मंत्री उमेश भारती गोस्वामी, संभागीय अध्यक्ष बी. एल.चंद्राकर, संभागीय सचिव ओंकार वर्मा उपाध्यक्ष रामनारायण मिश्रा, ज्योतिष चौधरी, गोविंद सोनी, जिलाध्यक्ष रायपुर सुनील नायक, जिलाध्यक्ष बलौदाबाजार प्रकाश तिवारी, जिला अध्यक्ष महासमुंद टेकराम सेन, जिलाध्यक्ष धमतरी नवीन चंद्राकर, जिलाअध्यक्ष गरियाबंद एन. के.वर्मा, तिलक चन्द्राकर, राजेन्द्र इंगोले, चन्द्रहास पात्र, विजयलक्ष्मी चन्द्राकर, मधु शर्मा, राजन बघेल, मोहित वर्मा, अवध वर्मा, अविनाश लाल, डोमन टंडन, रोहिणी देवांगन, पिरीत पटेल, किशोर कुमार रथ, रेख़राम ध्रुव,उपेंद्र देशलहरे,जितेंद्र वर्मा, गजेंद्र क्षत्रीय,साधना दुबे, दुर्गा,पाठक, लक्ष्मी राव आदि ने दी ।
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