सट्टा खाईवाल के नाम सुसाइड नोट लिखकर युवक ने लगाई फांसी ।
राजनांदगांव । साल्हेवारा से दो किलोमीटर भाजीडोंगरी के सरोज निषाद पिता विष्णु निषाद उम्र 24 साल ने अपने किराना दुकान पर फांसी लगाकर आत्म हत्या कर लिया है पुलिस मर्ग कायम कर विवेचना कर रही है ।
कल 18सिंतबर को ग्रामीणों के साथ मृतक के पिता विष्णु निषाद साल्हेवारा थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी । साल्हेवारा टी आई अपने स्टाफ के साथ जाकर फांसी के फंदे से लाश को उतरवाया एवं मृतक के पहने शर्ट पेंट कपड़ो का जांच किया जिसमें नगद 410 रुपये ,व सुसाइड नोट लिखा मिला जिसमें साल्हेवारा के सट्टा खाईवाल आसमीर खांन व सोनु खान पिता मीरा खान निवासी साल्हेवारा के नाम प्रताड़ित करने का उल्लेख किया है जिससे क्षुब्ध होकर 24 वर्षिय सरोज निषाद ने फांसी लगाकर इहलीला समाप्त कर लिया है ।
सुसाइड नोट साल्हेवारा टी आई जब्त कर लिया है मृतक के परिवार व ग्रामीणों को घटना स्थल पर पढकर सुना दिया और मृतक को पोस्टमार्टम के लिये छुईखदान रवाना किया गया ।
मृतक की मां घर पर नहीं थी हैदराबाद कमाने खाने अपने लड़की के साथ चली गयी थी ।जिसे घटना के बाद फोन पर सूचना दिया गया जो 19 सिंतबर प्राइवेट कार से अपने गृह ग्राम भाजीडोंगरी पहुची जो ग्रामवासियों से ये बोली कि मेरे पुत्र को चार माह के पहले देखी थी मैं कमाने खाने हैदराबाद चली गयी थी मेरे बेटे को नही देख पाने का गम है ।ऐसा क्या हुआ कि मेरा बेटा फांसी लगाने मजबुर हुआ बेटे का अंतिम दर्शन नहीं कर पाने की वजह से बेटे द्वारा लिखा गया सुसाइड नोट को देखने की बात कही ।कि मेरा बेटा जो लिखा है पत्र मुझे उसका राइटिंग को देख लूंगी कुछ ग्रामीण व क्षेत्रीय पत्रकार के साथ साल्हेवारा थाना पहुची ।टी आई कोमल राठौर से निवेदन की मेरे बेटे ने उस चिट्ठी में क्या है साहब मुझे दिखाओ कही लेकिन टी आई साल्हेवारा ने मना कर दिया मै विवेचना कर रहा हूँ ।जब तुम लोंगो का ब्यान लूंगा उस दिन दिखाऊंगा ।
बार बार निवेदन करने पर भी सुसाइड नोट को परिजनो को नहीं दिखाया व मिडिया में भी सुसाइड नोट का जिक्र करने मना किया गया है ।
जिससे परिवार एवं ग्राम भांजीडोंगरी एवं वनाचंल साल्हेवारा क्षेत्र के समाजसेवी जनप्रतिनधि पत्रकार सभी को शक है कि सट्टा खाईवाल सोनु खान आसमीर खान को पुलिस की संरक्षण मिल रही है ।
जबकी साल्हेवारा के युवकों ने नया टी आई राठौर साहब जब साल्हेवारा का चार्ज लिये उसी दिन सट्टा को बंद कराने आवेदन दिये थे ।लेकिन टी आई ने कोई कार्यवाही नहीं किये जिससे वनाचंल वासिंयों में भारी नाराजगी व आक्रोश है । कहीं हमारे आवेदन पर उस दिन कार्यवाही करते हुये सट्टा को बंद करा देते तो 24 साल का युवक सरोज निषाद का जान नही जाता सट्टा ने अभी तो एक होनहार जवान का जान लिया है आगे और कितनी जाने जायेंगी ये सवाल खड़ा करता है ।
एक हप्ते के अंदर सरोज के एक दोस्त ने बताया की सरोज निषाद का 20000 हजार का ओपन खेला था जिसका 1लाख80हजार फंसा था ।उस रुपये के लिये सरोज के साथ सोनु खान के पास जाना बताया शाम के समय सोनू खान ने 65 हजार नगद दिया बाकी को कल ले जाना करके बोला ।
उस रुपये को दुसरे दिन सरोज अपने पिता जी को दिया है वो भी साल्हेवारा में कपड़े का दुकान करता था वही फोन करके बुला के उसके पिता जी ने स्वीकार किया है ।
मृतक सरोज निषाद फांसी लगाने के पहले टेकचंद भाजीडोंगरी के साथ मोबाईल में बात किया है और आज मैं दारु पिया हूँ और मरुंगा सोनू खान को बरबाद करूंगा कहा है तो टेकचंद ने बहुत समझाया है जो दस मिनट का रिंकार्ड है ।
जिससे ये सिद्ध होता है सोनू खान आसमीर खान ने सरोज को बहुत ज्यादा प्रताड़ित किया है जिसे सहन नहीं कर पाने और जान देने की बात बार बार कह रहा है ।
सट्टा वनांचल के लिये अभिशाप बन गया है जो होनहार जवानों को शिकार बना कर चगल रहा है यदि सुसाइड नोट पर लिखे नामों पर कार्यवाही नही होती है गुनाहगारों को सजा नही होती है तो वनांचल साल्हेवारा क्षेत्र में धरना प्रदर्शन व चक्काजाम किया जायेगा ।जिसकी समस्त जवाबदारी पुलिस प्रशासन की होगी ।
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