लोकेशन-सुकमा
संवाददाता-संजय सिंह भदौरिया
*सुकमा-* मतदान केन्द्रों के युक्तियुक्तकरण और मतदाता सूची के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम के संबंध में आज राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ चर्चा की गई। शनिवार को उप जिला निर्वाचन एवं डिप्टी कलेक्टर रूपेन्द्र पटेल के कक्ष में आयोजित बैठक में अनुभागों का युक्तियुक्तकरण एवं मतदान केन्द्र की वर्तमान सीमाओं में परिर्वतन मतदाताओं के आधार पर तय करने पर चर्चा की गई। उप जिला निर्वाचन अधिकारी पटेल ने कहा कि मतदाताओं की संख्या 1500 से अधिक होने पर मतदान केन्द्र की संख्या बढ़ाए जाने के निर्देश प्राप्त हुए हैं। यथासम्भव उसी भवन में अन्य मतदान केन्द्र की स्थापना करने तथा स्थान उपलब्ध नहीं होने पर समीपस्थ भवन में मतदान केन्द्र बनाया जाएगा। नए मतदान केन्द्रों की स्थापना के समय इस बात का भी ध्यान रखा जाएगा कि मतदान केन्द्र तक पहुंचने के लिए मतदाता को 2 किलोमीटर से अधिक दूरी तय करना नहीं पड़े। इससे मतदाताओं को राहत मिलेगी।
वहीं शहरी क्षेत्रों के मतदान केन्द्रों के विंसकुलन पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। मतदान केन्द्रों में अधिक भीड़-भाड़ की स्थिति निर्मित न हो, इसके लिए शहरी क्षेत्र में 1 भवन में अधिकतम 4 मतदान केन्द्र व ग्रामीण क्षेत्र में दो मतदान केन्द्र बनाए जाने पर जोर दिया जा रहा है। निर्विवाद निर्वाचन में त्रुटिरहित मतदाता सूची की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। सभी पात्र मतदाताओं को मतदान का अधिकार प्रदान करने के लिए एक जनवरी 2022 की स्थिति में 18 वर्ष पूर्ण करने वाले मतदाताओं का नाम भी जोड़ा जा रहा है। इसके साथ ही इन क्षेत्रों में आने वाले नए मतदाताओं का नाम जोड़ने और मोहल्ले को छोड़ चुके या मृत हो चुके मतदाताओ के नाम काटने की कार्यवाही भी की जा रही है। विशेष पुनरीक्षण कार्यक्रम के तहत् 1 जनवरी 2022 को राजनीतिक दलों से सहयोग हेतु बुथ लेवल एजेन्ट नियुक्त की जाएगी। वहीं 1 जनवरी 2022 से मतदाता सेवा पोर्टल के माध्यम से ऑनलाईन आवेदन तथा ईपीक डाउनलोड किया जा सकता है। विशेष पुनरीक्षण कार्यक्रम के तहत् एक नवम्बर को मतदाता सूचियों का प्रारंभिक प्रकाशन की जाएगी तथा दावा आपत्ति 1 नवम्बर से 30 नवम्बर तक ली जाएगी। प्राप्त दावा आपत्तियों का निराकरण 20 दिसम्बर तक किया जाएगा। मतदाता सूचियों का अंतिम प्रकाशन 5 जनवरी 2022 को किया जाएगा।
पटेल ने कहा कि बुथ स्तरीय अधिकारियों द्वारा मतदान केन्द्रों के युक्तियुक्तकरण एवं विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम का कार्य किया जा रहा है। राजनैतिक दलों द्वारा रूचि लेकर सहयोग किए जाने पर यह कार्य सहजतापूर्वक सम्पन्न होगा। उन्होंने कहा कि बुथ लेवल अधिकारियों के सहयोग के लिए राजनैतिक दलों द्वारा बुथ लेवल एजेन्ट की नियुक्ति भी की जा सकती है। बैठक में विभिन्न राजनैतिक दलों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।



















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