प्रेस विज्ञप्ति
डोंगरगांव नियमित एक लाख वेतन, दे दो हमे सीधा विभाग से वेतन।
बिजली ठेका कर्मचारियों ने एक बार फिर से हल्ला बोल कर दिया है। वर्षों से कर रहे मांग को लेकर बिजली ठेका कर्मचारियों ने आंदोलन का शंखनाद किया है। जो कि त्योहारों के सीजन में एक बड़ी चुनौती के रूप में सामने आ रही है।
छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कंपनी ठेका कर्मचारी मजदूर संघ के आवाहन पर आंदोलन का प्रथम चरण बिजली मुख्यालय डंगनिया घेराव हजारों की संख्या में किया गया जिसमें जमकर नारेबाजी हुई । देखते ही देखते डंगनिया मुख्य द्वार तक को बंद करना पड़ गया। ठेका कर्मचारी मजदूर संघ अपनी मांगों को लेकर पिछले कई वर्षों से संघर्षरत है संघ के महामंत्री दिनेश कुमार साहू ने बताया कि कंपनी प्रशासन द्वारा आश्वासन के बाद वादाखिलाफी करने में कोई भी कसर नहीं छोड़ी गयी है ऐसे में संगठन अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपते हुए मांग पूरी नहीं होने पर दिवाली के पूर्व प्रदेश व्यापी काम बंद आंदोलन का चेतावनी दिया है।
ये है बिजली ठेका कर्मचारीयों की मांगें।
जल संसाधन विभाग की तरह बिजली विभाग में भी सीधे विभाग से वेतन दो।
लाइन में काम करने के लिए लिखित अधिकृत करो और विशेष दुर्घटना बीमा करवाओ
केंद्रीय न्यूनतम वेतनमान लागू करो और सेवा काल का निर्धारित करो एवं श्रेणी निर्धारण किया जावे।
28 से होगा अनिश्चित कालीन आंदोलन और आमरण अनशन, 1 नवंबर से करेंगे काम बंद।
ठेका प्रभारी एस. के. मजूमदार ने बताया कि मांग पूर्ण नहीं होने पर ठेका कर्मचारी मजदूर संघ 28 अक्टूबर को अनिश्चितकालीन आंदोलन करते हुए आमरण अनशन पर बैठेंगे । इसके बावजूद भी अगर कंपनी प्रशासन और सरकार ने हमारी मांगों को लेकर शुभ नहीं लिया तो 1 नवंबर से प्रदेश पूरे ठेका कर्मचारी काम बंद आंदोलन पर रहेंगे है। उद्योग प्रभारी राधेश्याम जायसवाल ने बताया कि बिजली प्रबंधन को कर्मचारीयों की जरूरत तो है लेकिन वह कम वेतन में बोली लगाकर कर्मचारीयों के भविष्य को बेचा जा रहा है।
धरना में भारतीय मजदूर संघ राष्ट्रीय क्षेत्रीय संगठन मंत्री धरमदास शुक्ला भी उपस्थित रहे।
सी एन आई न्यूज़ डोंगरगांव से संतोष सहारे की रिपोर्ट।
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