कैबिनेट मंत्री द्वारा इस प्रकार की गई टिप्पणी बेहद शर्मनाक एवं दुर्भाग्यपूर्ण है। - विक्रम धुर्वे..
शराब बिक्री को रोकने की मांग को लेकर शिकायत करने पहुंची महिलाओं को दी गई नसीहत। धुर्वे
दल्लीराजहरा :- बालोद जिला के अनुसूचित जनजाति मोर्चा के जिला अध्यक्ष एवं सांसद प्रतिनिधि विक्रम धुर्वे द्वारा कहा कि मंत्री महोदय आमाडुला क्षेत्र के सिंघोला में आयोजित कार्यक्रम के वायरल वीडियो में छत्तीसगढ़ की महिला एवं बाल विकास मंत्री जो की स्वयं एक आदिवासी महिला है उनके द्वारा सुकड़ी गहन की ग्रामीण आदिवासी महिलाओं द्वारा गांव में कच्ची महुआ शराब बिक्री को रोकने की मांग को लेकर शिकायत करने पहुंची महिलाओं को दी गई नसीहत का वीडियो जो की सोशल मीडिया वायरल हो रहा है जिसमे साफ साफ नजर आ रहा है । पुरुषों को थोड़ा-थोड़ा पीने एवं पीकर सो जाने की बात कहते हुए नजर आ रही है मंत्री द्वारा इस प्रकार की गई टिप्पणी बेहद शर्मनाक एवं दुर्भाग्यपूर्ण है जब से कांग्रेस की सरकार सत्ता में आई है तब से गांवो एवं शहरो की गलियों में अवैध शराब की बिक्री अपने चरम सीमा पर है छत्तीसगढ़ प्रदेश सरकार की नीयत को स्पष्ट करती है।
छत्तीसगढ़ में पूर्व शराबबंदी की घोषणा हाथ में गंगाजल उठाकर करने वाले प्रदेश के मुखिया ढाई वर्ष बीत जाने के बाद भी शराबबंदी के क्षेत्र में कोई भी सकारात्मक पहल करने से बचते नजर आ रहे हैं उनके द्वारा करोना काल में आवश्यक वस्तुओं की सेवा उपलब्ध होने से पहले शराब दुकाने खुलवा दी वहीं आम नागरिकों की जरूरत को ध्यान में रख केंद्र सरकार द्वारा दी जाने वाली प्रत्येक व्यक्ति को 5 किलो चावल को भी हजम कर जाते हैं | उनके आबकारी मंत्री राशन दुकानों में मिलने वाले चने को चखने के रूप में उपयोग करने की सलाह देते हैं तो उनके मंत्रीमंडल की महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया ग्रामीण आदिवासी महिलाओं की अवैध शराब बिक्री रोकने की फरियाद पर मंत्री महोदया द्वारा पुरुषों को थोड़ा-थोड़ा पीने एवं पीकर सो जाने की सलाह देती है और प्रशासन को नियमानुसार कार्रवाई करने का निर्देश देती हैं इससे कांग्रेस सरकार की करनी है कथनी में स्पष्ट अंतर नजर आता है 15 साल सत्ता से बाहर रहने के बाद, सत्ता के लोभ में आम नागरिकों एवं किसानों से झूठे वादे कर सत्ता प्राप्त करने वाली कांग्रेस सरकार की पोल खुलती नजर आ रही है अपने आपको किसान पुत्र कहने वाले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल किसानों का दर्द भूल चुके हैं खाद बीज के लिए किसानों को दर-दर भटकने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है | वही पूर्ण शराबबंदी की घोषणा पर उनके सिपहसालारओं का उलूल जुनून बयान उनकी स्थिति स्पष्ट करता है |
सी एन आई न्यूज़ के लिए प्रदीप सहारे की रिपोर्ट
No comments:
Post a Comment
Please do not enter any spam link in the comment box.