सुकमा से जिला ब्यूरो संजय सिंह भदौरिया
मो-9424222500
सुकमा में बोरे-बासी का सेवन कर मनाया गया श्रमिक दिवस।
सुकमा-- श्रमिक दिवस जिले में उत्साह के साथ मनाया गया। आम और खास सभी लोगों ने इस अवसर पर बोरे-बासी का सेवन कर श्रमिकों के साथ एकजुटता दिखाई और उनका सम्मान किया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अपील पर आज श्रमिक दिवस के अवसर पर जनप्रतिनिधियों, गणमान्य नागरिकों और अधिकारियों-कर्मचारियों ने बोरे बासी खाए। मुख्यमंत्री ने मजदूर दिवस को बोरे बासी दिवस के रूप में मनाने के लिए प्रदेशवासियों से अपील की है। उन्होंने कहा है कि श्रम वीरों के सम्मान में बोरे बासी जरूर खाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा है कि श्रमिकों के सम्मान में आम का अथान (अचार) और गोंदली (प्याज) के साथ बोरे बसी खाएं और छत्तीसगढ़ संस्कृति एवं विरासत पर गर्व करें। बोरे बासी में कई महत्वपूर्ण गुण होते हैं। भीषण गर्मी में यह और भी लाभप्रद होता है। छत्तीसगढ़ में बोरे बासी खाने की परंपरा रही है, हम इसे और आगे बढ़ा रहे हैं, ताकि हमारी नई पीढ़ी भी हमारे खानपान और संस्कृति से परिचित हो सके।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश कवासी, सुकमा नगर पालिका अध्यक्ष राजू साहू, कलेक्टर विनीत नन्दनवार, एसपी सुनील शर्मा सहित आम जनता एवं अधिकारियों-कर्मचारियों ने डॉ खूबचंद बघेल की कविता ‘‘गजब विटामिन भरे हे, छत्तीसगढ़ के बासी मा’’ की तारीफ करते हुए बड़े उत्साह के साथ बोरे बासी का सेवन किया।
उल्लेखनीय है कि बासी छत्तीसगढ़ का ऐसा भोजन है जो बचे हुए चावल को पानी में भिगोकर रात भर रख कर बनाया जाता है। फिर उसमें हल्का नमक डालकर टमाटर की चटनी, अचार और प्याज के साथ खाया जाता है। बोरे बासी खाने से न सिर्फ गर्मी और लू से राहत मिलती है, बल्कि बीपी कंट्रोल रहता है तथा डि-हाइड्रेशन की समस्या नहीं होती है।
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