अग्रदूत ने सदैव राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखा - पीएम मोदी
अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
नई दिल्ली - इमरजेंसी के दौरान जब लोकतंत्र पर सबसे बड़ा हमला हुआ , तब भी दैनिक अग्रदूत ने पत्रकारीय मूल्यों से समझौता नहीं किया। दैनिक अग्रदूत के पिछले 50 वर्षों की यात्रा आसाम में हुये बदलाव की कहानी सुनाती है। जन आंदोलनों ने इस बदलाव को साकार करने में अहम भूमिका निभाई है। जन आंदोलनों ने असम की सांस्कृतिक विरासत और असमिया गौरव की रक्षा की और अब जन भागीदारी की बदौलत असम विकास की नई गाथा लिख रहा है।
उक्त बातें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये अग्रदूत समूह के स्वर्ण जयंती समारोह के उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित करते हुये कही। उन्होंने कहा असमिया भाषा में नार्थईस्ट की सशक्त आवाज दैनिक अग्रदूत से जुड़े पत्रकारों , कर्मचारियों और पाठकों को पचास वर्ष की इस स्वर्णिम यात्रा के लिये मैं बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनायें देता हूं। पीएम मोदी ने कहा बीते कुछ दिनों से आसाम बाढ़ के रूप में बड़ी चुनौती और कठिनाइयों का सामना भी कर रहा है। राज्य के अनेक जिलों में सामान्य जीवन बहुत अधिक प्रभावित हुआ है। प्रदेश के सीएम और उनकी टीम राहत और बचाव के लिये दिन-रात मेहनत कर रही है। इसको लेकर मेरी भी समय-समय पर बातचीत होती रहती है। मैं आज आसाम के लोगों को , अग्रदूत के पाठकों को ये भरोसा दिलाता हूं केंद्र और राज्य सरकार मिलकर उनकी मुश्किलें कम करने में जुटी हैं।
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