लौह अयस्क खदान समूह के तीनों संगठन द्वारा ठेका कर्मचारियों के भत्ते एवं मेडिकल सुविधा की मांग को लेकर संयुक्त रूप से हड़ताल का कार्यक्रम जारी... हड़ताल हड़ताल हड़ताल
उच्च स्तरीय जांच की मांग एक स्वतंत्र एजेंसी से करेंगे कि ऐसे अधिकारियों को चिन्हित कर दंडित किया जावे
दल्लीराजहरा :- लौह अयस्क खदान समूह के तीनों संगठन, संयुक्त खदान मजदूर संघ (एटक), भारतीय मजदूर संघ, बी.एम.एस. तथा इंटक के द्वारा ठेका कर्मचारियों के भत्ते एवं मेडिकल सुविधा की मांग को लेकर संयुक्त रूप से दिसंबर 2021 को प्रबंधन को एक ज्ञापन सौंपा गया था भारतीय मजदूर संघ के जिला मंत्री मुश्ताक अहमद ने बताया कि संघ द्वारा यह कहा गया था कि ठेका कर्मचारियों की मांगों तथा सुविधाओं को तत्काल प्रदान किया जाए अन्यथा अपनी मांगों के समर्थन में 7 जनवरी 2022 से तीनों संगठन अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे। इसके परिणामस्वरूप प्रबंधन द्वारा 6 जनवरी 2022 को तीनों श्रमिक संगठनों के साथ यह समझौता किया गया कि ठेका कर्मचारियों को ₹150 भत्ता तथा मेडिकल सुविधा एक अप्रैल 2022 से प्रदान की जावेगी।
किंतु आज दिनांक तक प्रबंधन द्वारा किसी प्रकार का निर्णय ठेका श्रमिकों के हित में नहीं लिया जबकि तीनों श्रम संगठनों ने 14/06/2022 को ही प्रबंधन को लिखित पत्र देकर 30 तारीख तक ठेका श्रमिकों की दोनों मांग पुरी नहीं होने की स्थिति में हड़ताल पर जाने की बात कही थी। पत्र मिलने के बाद प्रबंधन के साथ तीनों श्रम संगठनों की लगातार बातचीत हुई मगर प्रबंधन हर बार आजकल की निती में लगा रहा। और भिलाई यूनियन चुनाव के बाद ईसे लागू करने की बात कही, उसके बाद भी श्रम संगठनों ने प्रबंधन के साथ बातचीत जारी रखी और 09 अगस्त को उसमें यह सफलता मिली कि ठेका श्रमिकों को परिवार सहित मिलने वाले मेडिकल सुविधा में अब बीएसपी प्रबंधन द्वारा ठेका श्रमिकों का किसी भी प्रकार का अंशदान नहीं काटा जायेगा।
एटक के सचिव कमलजीत सिंह मान ने कहा कि प्रबंधन द्वारा तीनों श्रम संगठनों को यह कहा गया था कि दिल्ली में 10 तारीख को बोर्ड की बैठक है इसके बाद ठेका श्रमिकों के हितार्थ आदेश जारी कर दिया जाएगा।आज भी सुबह से प्रबंधन के उच्च अधिकारियों से लगातार बातचीत होती रही की शाम तक ठेका श्रमिकों के हीतार्थ दोनों मांग के पक्ष में आदेश निकाला दिया जावेगा कहा गया, किंतु प्रबंधन के अधिकारी अपने उच्च अधिकारी की अनुपस्थिति का बाहाना बनाकर फिर टालमटोल करने में लगे हुए हैं।जोकि काफी खेदजनक है और प्रबंधन की वादाखिलाफी है
। हम तीनों श्रम संगठनों ने द्वारा पहले ही प्रबंधन को हड़ताल का नोटिस दिया जा चुका है। इसलिए हम तीनों श्रम संगठन ठेका श्रमिकों के जायज मांगों का पालन करवाने और 01 अप्रैल से एरियर्स के साथ भत्ते का भुगतान करवाने और ठेका श्रमिकों को परिवार सहित मेडिकल सुविधा प्रारम्भ कराने और उसमें ठेका श्रमिकों से किसी प्रकार की राशि नहीं लिए जाने हेतु हड़ताल पर रहेंगे।।
नोट भारतीय मजदूर संघ के जिला मंत्री मुश्ताक अहमद और एटक के सचिव कमलजीत सिंह मान आगे बताया कि यहां एक बात सभी को सोचना होगा कि राजहरा खदान समूह के उच्च अधिकारी श्रमिकों को हड़ताल के लिए जानबूझकर मजबूर करतें हैं और सेल के साथ साथ देश का भी करोड़ों रुपए का नुक़सान करवाते हैं जो कि एक जांच का विषय है क्योंकि जब बीएसपी प्रबंधन ठेका श्रमिकों की मांगों को मानने के बाद ही श्रम संगठनों के साथ लिखित समझौता किया था अब उसी समझौते को लागू करने में आनाकानी कर रहा है। हड़ताल से ठेका श्रमिकों का भी नुकसान होता है मगर बीएसपी प्रबंधन द्वारा श्रमिकों को मजबूर किया जाता है। हम तीनों श्रम संगठन अब इस विषय की उच्च स्तरीय जांच की मांग एक स्वतंत्र एजेंसी से करेंगे कि ऐसे अधिकारियों को चिन्हित कर दंडित किया जावे जो अपने स्वार्थ के लिए खदान में हड़ताल करवा कर कंपनी,देश और श्रमिकों का करोड़ों रुपए का नुक़सान करवाते हैं।
और उसी का परिणाम सब के सामने प्रबंधन द्वारा जानबूझकर ठेका श्रमिकों को हड़ताल के लिए बाध्य किया गया और आज जब सुबह पाली से सभी ठेका श्रमिक हड़ताल पर तो प्रबंधन द्वारा सुबह 08 बजे सभी श्रम संगठनों की बैठक बुलाकर हड़ताल वापस लेने का निवेदन किया जिसे सभी श्रम संगठनों ने विनम्रतापूर्वक मना कर दिया और बीएसपी प्रबंधन से लिखित में 01अप्रेल से एरियर्स की राशि का भुगतान करने का निवेदन किया है।जिस पर बीएसपी प्रबंधन के अधिकारियों ने अपने उच्च अधिकारियों से चर्चा कर पुनः बैठक बुलाने की बात कही है।
इंटसंयुक्त खदान मजदूर संघ (एटक) , भारतीय मजदूर संघ बी.एम.एस, इंटक
Central News india से बालोद जिला ब्यूरो प्रमुख प्रदीप सहारे


















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