दिनांक: 10.09.2022
प्रकाशनार्थ
गायत्री ज्ञान मंदिर इन्दिरा नगर में आज से सामूहिक पिण्ड तर्पण शुरू हुआ
पूर्वजों की आत्मोन्न्ति के साथ-साथ करोना से मृतक एवं शहीदों की आत्मोन्न्ति की प्रार्थना की गयी।
इन्दिरा नगर सेक्टर-9 स्थित गायत्री ज्ञान मंदिर में प्रतिवर्ष की भॉति पितृपक्ष के अवसर पर आज 10 सितम्बर 2022 से सामूहिक पिण्ड तर्पण प्रारम्भ हुआ यह तर्पण 25 सितम्बर 2022 तक प्रतिदिन चलेगा।
कार्यक्रम के मुख्य संयोजक श्री उमानंद शर्मा ने बताया किया आज दिनांक 10.09.2022 प्रातः 5ः00 बजे से देव आवाहन, देवपूजन के उपरान्त पिण्ड तर्पण प्रारम्भ हुआ, पिण्ड तर्पण के उपरान्त गायत्री यज्ञ में लोक कल्याण के लिए गायत्री मंत्र, नवग्रह मंत्र, महामृत्युजंय मंत्रों की एवं पूर्वजों की एवं विश्व में करोना से मृतक आत्माओं तथा शहीदों के लिये मृत्यु के देवता यम को आहूतियों देकर उनके आत्मोन्न्ति के लिए प्रार्थना की गयी।
श्री शर्मा ने बताया ऋषियों द्वारा वर्णित साहित्य में उल्लेख है कि पितरों को श्रद्धा दे वे शक्ति देगंे, यह अवसर पूर्वजों को श्रद्धा देने तथा उनसे आर्शीवाद पाने का अवसर है। इसमें अनिवार्य रूप से भागीदारी करना चाहिये।
श्री शर्मा ने बताया कि तर्पण के सभागार में युग ऋषि द्वारा रचित धर्म एवं अध्यात्म, वैज्ञानिक विश्लेषण के साथ जीवन मृत्यु एवं आत्मा पर आधारित साहित्य जैसे-मैं क्या हूँ?, गहना कर्माेगति, मरने के बाद हमारा क्या होता, पितरोें को श्रद्धा दें वे शक्ति देंगे, पितर हमारे अदृश्य सहायक, मरणोत्तर जीवन उसकी सच्चाई, जीवन एवं मृत्यु, भूत कैसे होते हैं क्या करते हैं?, स्वर्ग-नर्क की स्वचालित प्रक्रिया, मरे तो सही बुद्धिमता के साथ, जल्दी मरने की उतावली न करें उपरोक्त पुस्तकें सभागार में अवलोकन हेतु प्रदर्शित रहेंगी क्रय करके लिया भी जा सकता है।
आज के कार्यक्रम में श्री जितेन्द्र सिंह, डॉ. राजेन्द्र तिवारी, श्री विजय वर्मा, डॉ. राधे श्याम तिवारी, श्री सुभाष सिंह, उ.प्र. शासन के वरिष्ठ अधिकारी श्री आर.के.उदयन, क्षेत्र के श्री शिशिर दीक्षित, श्रीमती कमला सक्सेना सहित क्षेत्र के इत्यादि लोगों ने भाग लिया। केन्द्र प्रभारी श्री उमानंद शर्मा द्वारा कार्यक्रम कराया गया सम्पन्न कराया गया। उपरोक्त कार्यक्रम सम्पन्न कराने में श्रीमती सावित्री शर्मा, श्रीमती कमला सक्सेना, शिवम, श्री रामकुमार, ऋषभ, श्री पी.एस. यादव एवं श्री जितेन्द्र सिंह का सहयोग रहा।
पिण्ड तर्पण में नर-नारी जातिवंश का भेद नहीं होगा सभी भागीदारी कर सकते हैं। कार्यक्रम भाग लेने के लिए एक दिन पूर्व पंजीयन करना अनिवार्य होगा।
सधन्यवाद
(उमानंद शर्मा)
मुख्य संयोजक कार्यक्रम
नोट:- पिण्ड तर्पण तथा गायत्री यज्ञ करते हुए श्रद्धालुओं की 3 फोटोग्राफ संलग्न हैं।
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