छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वकांक्षी योजना गौठान -- कागजों में तब्दील आखिर संबंधित अधिकारी ध्यान क्यों नहीं दे रहे ।
बेलगहना /बैजनाथ पटेल (कोंचरा )....बिलासपुर जिले के जनपद पंचायत कोटा क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत सोनपुरी में लाखों रुपए से निर्मित गौठान लगता है दिखावे एवं गिनती मात्र के लिए बनाया गया है।
जबकि यहां कोटा ब्लाक के अन्य कई गौठानों में गौपालक किसान भाई लाखों रुपए के गोबर व गोमूत्र बेचकर अपनी आय के स्रोत बरकरार रखे हुए हैं, तो वही स्व सहायता समूह की माताएं बहने वर्मी कंपोस्ट खाद व गौठान के अन्य उत्पाद से अपनी आय के स्रोत में वृद्धि कर आर्थिक स्थिति में सुधार कर रही हैं एवं छत्तीसगढ़ सरकार की इन महत्वाकांक्षी योजनाओं की प्रशंसा करते हुए हृदय से धन्यवाद दे रही हैं।
पर ग्राम पंचायत सोनपुरी के गौठान में वर्मी कंपोस्ट खाद बनाने की बात तो दूर, गौठान में लगता है गोबर खरीदी ही नहीं हो रही है तभी तो वर्मी टैंक अभी तक खाली पड़ी नजर आ रहे हैं । गौठान के अंदर कहीं गोबर की ढेर दिखाई नहीं दे रही है, जबकि यहां शेड युक्त वर्मी टेंक निर्माण बखूबी किया जा चुका है, जिसके बावजूद भी गौपालको , कृषकों एवं स्व सहायता समूह की बहनों को गौठान से होने वाले कोई भी लाभ नहीं मिल पा रही है। हालांकि यहां एक वर्ष पूर्ण होने जा रही है पर गौठान निर्माण कार्य अभी तक अपूर्ण प्रतीत हो रहे है। यहां फेंसिंग तार, बिजली एवं पानी की समुचित व्यवस्था भी नहीं किया गया है। गांव से गौठान पहुंच मार्ग की स्थिति बहुत ही खराब है ।आप को बता दें , बरसात में गौठान जाने की रास्ता को देखकर दिल दहल जाएगा। कीचड़ युक्त रास्ते से मोहल्ले वासी परेशान फिर भी मजबूरी वस अपना गुजर-बसर कर रहे हैं।क्या छत्तीसगढ़ सरकार आदिवासी बाहुल्य वनांचल में बसे ग्राम सोनपुरी की गौपालक, कृषकों एवं समूह की बहनों को इन योजनाओं से लाभान्वित नहीं करना चाहते यह फिर चाहते हैं तो इन ग्रामीणों को लाभान्वित होने से कौन रोक रहा है, ।
शासन प्रशासन को इस ओर तत्काल ध्यान देना होगा ताकि छत्तीसगढ़ सरकार की इस महत्वपूर्ण योजना का क्रियान्वयन सुचारू रूप से हो सके एवं ग्रामीणों को इनका पर्याप्त लाभ मिल सके जिससे समूह की माताएं बहने आत्मनिर्भर बन सके।
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