बाबा ने तपस्या से अर्जित शक्ति के द्वारा कई चमत्कारिक कार्य कर दिखाएं बाबा गुरु घासीदास ने समाज के लोगों को प्रेम और मानवता का संदेश दिया संत गुरु घासीदास की शिक्षा आज भी प्रासंगिक है : रामस्वरूप साहू।
गुण्डरदेही । गुरु घासीदास ने समाज के लोगों को सात्विक जीवन जीने की प्रेरणा दी उन्होंने न सिर्फ सत्य की आराधना की बल्कि समाज में नई जागृति पैदा की और अपनी तपस्या से प्राप्त ज्ञान और शक्ति का उपयोग मानवता की सेवा के कार्य में किया उक्त बाते गुण्डरदेही तहसील साहू संघ के अध्यक्ष रामस्वरूप साहू ने तवेरा मे आयोजित गुरु घासीदास जयंती के अवसर पर कही उन्होंने आगे कहा कि इसी प्रभाव के चलते लाखों लोग बाबा के अनुयायी हो गए
फिर इसी तरह छत्तीसगढ़ में 'सतनाम पंथ' की स्थापना हुई इस संप्रदाय के लोग उन्हें अवतारी पुरुष के रूप में मानते हैं गुरु घासीदास के मुख्य रचनाओं में उनके सात वचन सतनाम पंथ के सप्त सिद्धांत के रूप में प्रतिष्ठित हैं। इसलिए सतनाम पंथ का संस्थापक भी गुरु घासीदास को ही माना जाता है बाबा ने तपस्या से अर्जित शक्ति के द्वारा कई चमत्कारिक कार्यों कर दिखाएं बाबा गुरु घासीदास ने समाज के लोगों को प्रेम और मानवता का संदेश दिया संत गुरु घासीदास की शिक्षा आज भी प्रासंगिक है। कार्यक्रम को छत्तीसगढ़ी फिल्म के निर्माता मोहन सुंदरानी ने कहा कि बाबा गुरु घासीदास हमेशा सत्य के रास्ते पर चलने की प्रेरणा दी है साथ ही जाति भेदभाव को मिटाकर भाईचारे के साथ रहने सीख दी है कार्यक्रम मे मुंबई से पहुंचे मिस इंडिया मेघा राय भी शामिल होकर बाबा गुरु घासीदास की महिमा का बखान किया कार्यक्रम को पद्मश्री डां राधेश्याम बारले व सतनामी समाज के प्रदेश अध्यक्ष बी एल कुरै सुश्री अमृता बारले डां गंभीर सिंह ठाकुर गीता बंजारे ने भी संबोधित किया इस अवसर पर भूपेन्द्र चाणक्य दुलार सिंह नवरंगे प्रमोद बारले प्रकाश बारले गौकरण बघेल राजु नेताम सहित सतनामी समाज के प्रमुख व ग्रामवासी उपस्थित थे
CNI News गुण्डरदेही से भानु साहू की रिपोर्ट
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