जयपुर -जमवाय माता को समर्पित यह भव्य एवं एतिहासिक मंदिर गुलाबी नगरी जयपुर से उत्तर -पूर्व में ३० किलोमीटर दूरी पर स्थित है ।इस प्रसिद्ध मंदिर का निर्माण कच्छवाह वंश के राजा दूल्हे राय कछवाहा ने माता रानी के आशीर्वाद से करवाया था ।इन्हें राजपूताना में कछवाहा शासन स्थापित करने का श्रेय दिया जाता हैं ।
यहां मंदिर में तीन मूर्तियां विराजमान है ।
प्रथम मूर्ति गाय बछड़े के रूप में, दूसरी मूर्ति जमवाय माता की है,और तीसरी मूर्ति बुढ़वाय माता की है।
मंदिर के करीब ही रामगढ़ झील एवं वन्य अभ्यारण एवं पिंक सिटी जयपुर होने के कारण श्रृद्धालुओं एवं पर्यटकों की भीड़ रहती हैं ।
इस मंदिर में नारियल का चढा़वा शुभ माना जाता है।
इस मंदिर में लोगों की विशेष आस्था है,यहां पूरे देश के श्रृद्धालुओं का आना-जाना लगे रहता है।
यहां बच्चों का मुंडन संस्कार और विवाह के बाद जोड़े की ढोक लगाकर माता रानी का आशीर्वाद लेने श्रृद्धालु पहुंचते है ।
यहां पर श्रृद्धालु पूजा अर्चना कर अपनी मनोकामनाएं पूरी करते हैं ।
🙏🏻जय जमवाय माता रानी 🙏🏻
जमवाय माता ,रामगढ़-जयपुर
सी एन आइ न्यूज के लिए पुरुषोत्तम जोशी




















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