राजनांदगांव
महाशिवरात्रि की धूम
लोकेशन- डोंगरगढ(राजनादगांव)
श्री जटाशंकर मंदिर शिवधाम पर्वत) डोंगरगढ में महाकाल के दरबार मे भक्तों की उमड़ी भीड़
आज महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर डोंगरगढ़ के शिवधाम पर्वत जटाशंकर मंदिर में महाकाल के भक्तों की सुबह से ही भीड़ शुरू हो गई थी। जहां नगर के अन्य सभी शिव मंदिरों में भक्तों की भीड़ थे वही शिवधाम पर्वत जटाशंकर मंदिर जो कि पहाड़ी में प्रदेश के अन्य जिलों से भी भक्तों का आना जाना लगा रहा बता दें कि यह जो मंदिर है जो यह पर पहाड़ पर स्वयंभू शिवलिंग भी है। यह मंदिर डोंगरगढ़ की विख्यात मां बमलेश्वरी देवी मंदिर के पिछले भाग में स्थित है।
जिस स्थान में मंदिर का निर्माण कराया गया है वह एक बहुत बड़ा विशालकाय चट्टान है जिसका आकार 2000 वर्ग मीटर में फैला हुआ है जो स्वयं शिवलिंग के आकार में आकृति लिया हुआ है यह जो शिवलिंग है वह स्वयंभू है किसी के द्वारा स्थापित किया गया नहीं है बताते हैं कि यहां पर छोटे बड़े झाड़ी के जंगल होने के कारण बरसात के दिनों में शिव के भक्त जड़ी बूटियों के लिए इसी पर्वत पर आते हैं तथा प्राया नाग नागिन जोड़े देखे जाते हैं जैसे कि सावन के महीना में पांचों सोमवार भक्तों का रेला लगा हुआ रहता है उसी क्रम में आज महादेव माता पार्वती की विवाह महाशिवरात्रि के शुभ अवसर पर भक्तों का मेला लगा रहा। श्री जटाशंकर मंदिर ट्रस्ट समिति एवं महाकाल के भक्तों द्वारा प्रसादी की व्यवस्था की गई थी यहां पर दर्शन के लिए आने वाले भक्त बताते हैं कि एक पहाड़ी पर पर चढ़ने के बाद जो लोगों को थकान महसूस होता है रास्ते भर तो थकावट महसूस होता है लेकिन ऊपर जैसे ही श्री महाकाल के दर्शन होते हैं सारी थकावट दूर हो जाती हैं एवं मन प्रफुल्लित हो उठता है मानो शरीर की सारी पीड़ा हर गई हो।
हालांकि वर्तमान में श्री जटाशंकर मंदिर पहाड़ी की शिखर तक पहुंचने के लिए सीढ़ियों का निर्माण कराया गया है ऊपर में पानी की व्यवस्था की कमी आंकी गई है ऊपर मंदिर में छाँव हेतु सेड निर्माण की बात कही। भक्तों ने इस कमी को दूर करने के लिए शासन एवं दानदाताओं से अपेक्षा की है।
सी एन आई न्यूज राजनांदगांव से रोशन कुमार पटेल की रिपोर्ट।
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