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Saturday, November 11, 2023

दीवाली पर पटाखे जलाते समय आंखों का रखें खास खयाल लापरवाही से हो सकती है दुर्घटना

 दीवाली पर पटाखे जलाते समय आंखों का रखें खास खयाल

लापरवाही से हो सकती है दुर्घटना



सी एन आइ न्यूज़-पुरुषोतम जोशी ।


रायपुर-रोशनी के त्योहार दीवाली पर पटाखों की रौनक न दिखे तो त्योहार अधूरा सा लगता है। बच्चों के साथ बड़ों को भी दीपावली में फूलझड़ी और पटाखें जलाने में बेहद आनंद आता है। पटाखें जलाते समय बच्चों का खास ध्यान रखना जरूरी है। असावधानीवश कई बार पटाखों और फूलझड़ी से बच्चों के हाथ जल जाते हैं।


अगर जली हुई जगह का तुंरत उपचार नहीं किया जाए तो परेशानी बढ़ सकती है। दीवाली के दिन अगर आप भी पटाखें और फुलझड़ी जला रहे हैं तो सावधानी के साथ जलाएं। लापरवाही या दुर्घटनावश अगर किसी का हाथ जल जाए तो तुरंत घर में ही प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टर के पास जाएं।


शरीर के किसी अंग के जलने पर इसका दो तरह का प्रभाव होता है। सुपरफिशल बर्न में जलने के बाद छाला हो जाता है, जबकि डीप बर्न में शरीर का जला हिस्सा सुन्न हो जाता है। अगर जले हुए हिस्से पर दर्द या जलन हो रही है तो इसका मतलब हालत गंभीर नहीं है। ऐसे में जले हुए हिस्से को पानी की धार के नीचे तब तक रखें जब तक जलन कम न हो जाए। इससे न सिर्फ दर्द कम होगा, बल्कि छाले भी नहीं होंगे। अगर लगातार जलन या दर्द हो रहा हो तो तुरंत बिना देरी के डॉक्टर के पास जाएं। 


अक्सर देखा जाता है कि लोग जल जाने के बाद बरनॉल, टूथपेस्ट, नीली दवा आदि लगा लेते हैं। इससे उस वक्त तो जलन खत्म हो जाती है, लेकिन ये सब लगाने से जला हुआ हिस्सा रंगीन हो जाता है जिससे डॉक्टर को पता नहीं चल पाता कि जला हुआ हिस्सा कैसा है? जले हुए हिस्से को कम से कम 15 मिनट तक या जब तक कि जलन बंद न हो जाए, ठंडे पानी में रखना चाहिए। यदि घायल हिस्से को पानी के नीचे लाना कठिन हो, तो साफ, मुलायम कपड़े को ठंडे पानी में भिगोएं और जले हिस्से पर इसे रखें, लेकिन रगड़ें नहीं। इससे शरीर के ऊतकों की गर्मी को बाहर करने में मदद मिलेगी। ऐसा करनेसे आगे और नुकसान नहीं होगा और यह दर्द भी कम करेगा ।    उमंग उल्लास के इस त्यौहार में हमें अपने स्वास्थ्य का और विशेष रूप से आंखों का ध्यान रखना आवश्यक है ।खुले स्थान पर ही पटाखे जलाएं ।ंऔर सड़क पर पटाखे ना फोडे़।आतिशबाजी करते समय आंखों को सुरक्षित रखे सादा चश्मा पहनें।

आंखों में खुजली होने पर तो रगड़े नहीं, तुरंत साफ पानी से धोऐं।

सावधानी के साथ पटाखे जलाएं ।

आंखों में किसी प्रकार की आपात चिकित्सा के लिए डां,भीमराव अंबेडकर चिकित्सालय एवं एम्स रायपुर में 24 घंटे चिकित्सा सुविधा उपलब्ध रहेगी ।

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