" मुबारक हो नया साल "
ये सुखद नया साल
अतीत के गौरव को तुम रखना यूं सम्हाल
मुबारक हो यारों तुमको ये सुखद नया साल
लक्ष्य साध नव सृजन का सपना संजोकर
नई जोश उमंग लिए कुछ पाने कुछ खोकर
बाधाएं आएंगी चलना दृढ़संकल्पित होकर
जन जन में निशदिन प्रेम सुधा बीज बोकर
गर मन में विश्वास जगे तो जीवन खुशहाल।
मुबारक हो यारों तुमको ये सुखद नया साल
कर्तव्य पथ पर चलना लेकर एक नई आश..
निराशा को कोसों दुर फेंको करना है कुछ खास
बहुत मिलेंगे राह भटकाने जो देंगे उपहास
जीत उसकी निश्चित होती जो खुद पर है विश्वास
अंकित कर दो कागज पर कहानी बेमिसाल
मुबारक हो यारों तुमको ये सुखद नया साल
आधुनिक युग में स्वयं को स्थापित करना है
दुनिया की चकाचौंध में जीना और मरना है
जीवन के कोरे पन्नों पर रंगोली भी भरना है
मंजिल मिले बिना राही कभी नहीं ठहरना है
देख विस्मित रह जाएं सब कर दे यूं कमाल
मुबारक हो यारों तुमको ये सुखद नया साल
किसी के प्रति मन में न बैर कपट ईर्ष्या भाव हो
छोटी छोटी बातों पर कभी क्रोध ना ही ताव हो
समानता समरसता का हृदय में ठहराव हो
गिला शिकवा ना रार तकरार ना मनमुटाव हो
भरे सदा खुशियों से झोली होकर मालामाल।
मुबारक हो यारों तुमको ये सुखद नया साल
प्रेषक
लखन "लहरिया "
मोहला से योगेन्द्र सिंगने की रिपोर्ट
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