वन कर्मचारी संघ ने एसपी से उनके बयान पर मांगा सफाई
दिया आंदोलन की चेतावनी
छत्तीसगढ़ वन कर्मचारी संघ जिला कबीरधाम द्वारा जिला के पुलिस कप्तान के नाम ज्ञापन सौपा गया है। वन विभाग के कर्मचारियों का कहना है कि 7 मार्च 2024 को ग्राम टाटावही में घटित घटना पर एसपी कबीरधाम का बयान वन विभाग की छवि को धूमिल करने वाला तथा वन विभाग के कर्मचारियों की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाला है। उक्त बयान दैनिक समाचार पत्रिका के हवाले से दिनांक 08/03/2024 को प्रकाशित किया गया है। जिसमें समाचार पत्र के माध्यम से डॉक्टर अभिषेक पल्लव एसपी कबीरधाम ने यह बताया है कि शासकीय क्वार्टर में बलात्कार किया गया है जिसके साक्ष्य पुलिस को मिले हैं। आगे लिखा है मामले में पकड़े जाने के भय से पत्थर से बच्ची का सिर कुचल कर हत्या कर दिया गया। वन विभाग के कर्मचारी संगठन ने एसपी कबीरधाम के इस प्रकार के बयान को शर्मनाक और दुर्भाग्यजनक बताया है। कर्मचारियों का कहना है कि वन विभाग की छवि समाज में नकारात्मक बनाने के लिए यह बयान उत्तरदाई है वन विभाग के कर्मचारी उक्तताश के बयान से मानसिक अभित्रास में हैं। साथ ही वन कर्मचारी संघ समाचार प्रकाशित करने वाले समाचार पत्र को भी दोषी मान रहा है। जिसके लिए अधिवक्ता के माध्यम से समय सीमा में नोटिस दिए जाने का निर्णय लिया गया है।
बिना किसी तथ्य के बिना पोस्टमार्टम रिपोर्ट आए, बिना फोरेंसिक जांच के वन विभाग के एक कर्मचारी को दुष्कर्म और हत्या का आरोपी घोषित करना एक पुलिस अधिकारी का गैर जिम्मेदाराना रवैया है।
8 मार्च 2024 को पत्रिका के हवाले से प्रकाशित खबर के लिए छत्तीसगढ़ वन कर्मचारी संघ ने एसपी डॉक्टर अभिषेक पल्लव और संवाददाता/संपादक के ऐसे कार्य को निंदनीय बताया है।
छत्तीसगढ़ बनकर्मचारी संघ ने एसपी से मांग किया है कि उक्त मामले पर प्रेस में सार्वजनिक रूप से सार्थक बयान देकर वन विभाग की छवि को और धूमिल होने से बचाए तथा अपना सफाई समाज के बीच प्रस्तुत करें। अन्यथा छत्तीसगढ़ वन कर्मचारी संघ इस मामले पर आंदोलन का रुख अपनायेगा।
गृह मंत्री के नाम भी कलेक्टर को दिया ज्ञापन
लोहारा ब्लॉक के ग्राम टाटावही में एक 7 वर्षी मासूम बच्ची की हत्या बहुत ही दुखद है। आम जनमानस सहित वन विभाग के कर्मचारी भी इस घटना से आहत और स्तब्ध हैं। किंतु दैनिक समाचार पत्र पत्रिका के हवाले से एसपी डॉक्टर अभिषेक पल्लव ने बताया कि बच्ची के साथ दुष्कर्म और हत्या हुई है इसका जिम्मेदार वन कर्मचारी बीटगार्ड को बताया गया है साथ ही शासकीय क्वार्टर में दुष्कर्म होना ऐसा लिखा गया है जिससे वन विभाग की छवि धूमिल हुई है और ऐसे बयान से पूरे छत्तीसगढ़ के वन विभाग के कर्मचारियों में रोष व्याप्त है।
छत्तीसगढ़ वन कर्मचारी संघ ने बैठक कर उक्त बयान का निंदा किया तथा माननीय गृह मंत्री छत्तीसगढ़ शासन के नाम जिलाधीश कबीरधाम को दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करने। घटना का निष्पक्ष जांच करने तथा गैर जिम्मेदाराना बयान देने वाले अधिकारी और उसे प्रकाशित करने वाले समाचार पत्र के विरुद्ध कार्यवाही करने के लिए ज्ञापन सौपा है।
विभाग के प्रमुख वनमंडल अधिकारी को भी वन कर्मचारी संघ ने ज्ञापन सौंपकर उक्त मामले में प्रशासनिक स्तर पर अधिकारियों से पत्राचार करने तथा वन विभाग की छवि धूमिल करने वालों पर कार्यवाही करने का निवेदन किया है ।साथ ही छत्तीसगढ़ वन कर्मचारी संघ के प्रस्ताव और कर्मचारियो की आशंका से वनमंडल अधिकारी जी को अवगत कराया है।
उक्ताशय की जानकारी छत्तीसगढ़ वनकर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष श्री परशुराम चंद्राकर ने दिया। ज्ञापन सौप जाने के समय श्री ज्ञानेश्वर आनंद, संतोष चौबे, कुमारी निर्मला बंजारे, रामकुमार डडसेना, राकेश निर्मलकर, सचिन राजपूत, अमित वर्मा, दिलीप चंद्राकर ,अरुण कुमार दुबे, मनोज खुसरो, नरेंद्र राजपूत सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।
CNI NEWS कवर्धा छत्तीसगढ़ से अनवर खान की रिपोर्ट
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