भाठाकोकडी में श्री सदगुरु कबीर साहेब के प्राकट्य दिवस मनाया गया।
निकाली गई कलश शोभायात्रा,
बरसाईत महात्म्य चौका आरती का आयोजन।
छत्तीसगढ। श्री सद्गुरु कबीर साहेब का प्राकट्य दिवस ग्राम भाठाकोकडी ( धमधा)जिला दुर्ग में श्रद्धा-उल्लास से मनाया गया। सुबह महिलाओं ने कलश यात्रा निकाली,कबीर भवन से सगरी कलश यात्रा निकाली गई
जो आसपास के इलाकों का भ्रमण कर वापस कबीर भवन पहुंची। दोपहर में सगरी पूजा की गई।
दोपहर बाद बरसाईत चौका-आरती में कबीर साहेब के अनुयायी उमडे।
श्री सद्गुरु कबीर साहेब प्रकट उत्सव,बरसाईत महात्म्य चौका आरती, ग्राम-भाठाकोकड़ी(धमधा),जिला-दुर्ग में महंत श्री ओहंग दास मानिकपुरी साहेब जी सह अन्य विभिन्न परिक्षेत्र से आगत महंतों द्वारा उपरोक्त कार्यक्रम संपन्न किया गया।
महंत श्री ओहंग दास मानिकपुरी साहेब जी ने बताया कि ज्येष्ठ अमावस्या की आधी रात बाद ब्रह्म मुहूर्त में काशी के लहर तालाब में स्नान करने के दौरान बालक रूप में श्री सद्गुरु कबीर साहेब प्रकट हुए थे। उनका लालन-पालन जुलाहा दंपती ने किया। प्राकट्य महोत्सव को मनाने के लिए कबीरपंथ के लोग अलसुबह नदी में स्नान करने गए और वहां से सद्गुरु कबीर साहेब की प्रतिमूर्ति को अपने साथ लेकर आए। भक्तों में उत्साह छलक उठा। इसके पश्चात बरसाईत चौका -आरती की गई। बरसाईत चौका -आरती की मान्यता यह है कि ज्येष्ठ अमावस्या से गर्मी का प्रकोप धीरे-धीरे कम होने लगता है। बारिश की शुरुआत होने लगती है। गर्मी व बारिश के संधिकाल में अच्छी बारिश की कामना को लेकर बरसाईत चौका-आरती की जाती है।
यह आयोजन समस्त मानिकपुरी(महानदिया)परिवार,ग्राम-भाठाकोकड़ी,विकास खंड-धमधा, जिला- दुर्ग(छ.ग.)द्वारा किया गया ।
चौका-आरती के बाद भंडारे का भी आयोजन किया गया।
इस मौके पर बडी संख्या में कबीर पंथी उपस्थित हुए।
सी एन आई न्यूज के लिये हितेश मानिकपुरी की रिपोर्ट।
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