सरकार की नियति किसानों के प्रति साफ है तो 1नवंबर से धान खरीदी करे l शैली भाटिया
सिमगा से ओंकार साहू की रिपोर्ट
सिमगा:- कामता सोसायटी के पूर्व अध्यक्ष एवं विधायक प्रतिनिधि शैली भाटिया ने विज्ञप्ति जारी कर सरकार से धान खरीदी 1 नवंबर से करने की अपील की है उन्होंने कहा छत्तीसगढ़ धान का कटोरा है यहां की जनता की आमदनी का जरिया कृषि है और धान यहां की मुख्य फसल है हर साल सरकार किसानों की उपज को 1 नवंबर से खरीदना शुरू करती थी जिसकी 31 जनवरी तक खरीदी होती थी मगर इस वर्ष विष्णु देव साय सरकार के द्वारा धान खरीदी 15 नवंबर से करने की घोषणा की जिससे किसानों को कई प्रकार की कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा किसानों की हारूनहा किस्म की धान पककर तैयार है और इसकी कटाई का कार्य भी चालू कर दिया गया है अब इनकी कटाई के बाद किसानों के पास इनको रखने की समस्या आ रही है किसानों के घर से कोठी गायब हो चुकी है कोठार में रखवाली के साथ साथ चूहों द्वारा नुकसान फिर मौसम की खराबी का डर तथा बोरे की कमी इन सब के अलावा सरकार द्वारा 15 दिनों की देरी से खरीदी के चलते किसान अपनी फसल को मंडी या कोचियों के माध्यम से सस्ते दर पर बेचने मजबूर हैं उसके साथ-साथ देर से पकाने वाली वैरायटी भी 15 नवंबर तक आ जाएगी और जब एक साथ किसान धान बेचने पहुंचेंगे तो धान खरीदी केंद्रों में भगदड़ का माहौल रहेगा जिससे धान खरीदी भी प्रभावित होगी एक तरफ सरकार किसानों की आमदनी दुगनी करने की बात करती है दूसरी ओर उनकी फसल को लेने की समय सीमा कम कर किसानों को छलने का काम कर रही है पूर्व के वर्षों में भी 1 नवंबर से धान खरीदी शुरू कर 31 जनवरी तक का समय किसानों को कम पड़ जाता था इस बार 15 दिनों की कमी कर सरकार किसानों को आपस में लड़ाने का कार्य कर रही है यदि सरकार की नियत किसानों के प्रति साफ है तो उन्हें अपना यह तुगलकी फैसला बदलते हुए 1 नवंबर से धान खरीदी प्रारंभ करनी चाहिए
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