भूपेन्द्र सिन्हा
विद्यालय में संविधान दिवस और जनजातीय गौरव दिवस समापन समारोह का भव्य आयोजन
गरियाबंद /छुरा :- छुरा नगर के एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय कोसमबुड़ा में 26 नवंबर को संविधान दिवस और जनजातीय गौरव दिवस उत्सव के समापन समारोह का आयोजन उत्साह और भव्यता के साथ किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ भगवान बिरसा मुंडा और संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के छायाचित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन और पुष्पांजलि से हुआ।
उपस्थित मुख्य अतिथि एवं अतिथियों का हरित स्वागत विद्यालय की कैप्टन भूमिरानी ठाकुर एवं वाइस कैप्टन गीतांजलि ध्रुव के द्वारा किया गया।
इसके पश्चात विद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर कमलाकांत यादव के द्वारा कार्यक्रम के आयोजन के उद्देश्यों पर वक्तव्य प्रस्तुत किया गया एवं संविधान दिवस के 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर सभी का अपने वक्तव्य से मार्गदर्शन किया इसके पश्चात कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत हुई।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि श्रीमती टोकेश्वरी मांझी (जनपद पंचायत अध्यक्ष, छुरा) ने समारोह की गरिमा बढ़ाई। अतिथि के रूप में समाजसेवी शीतल ध्रुव, शिक्षकजन,कर्मचारी एवं समस्त छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।
गतिविधियों और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने मोहा मन:
समारोह में 8 नवंबर से 26 नवंबर तक आयोजित जनजातीय गौरव दिवस की विभिन्न गतिविधियों का विवरण कार्यक्रम संयोजक आशुतोष त्रिपाठी द्वारा प्रस्तुत किया गया। इनमें निबंध लेखन, नुक्कड़ नाटक, चित्रकला प्रतियोगिता, प्रश्नोत्तरी, पोषण अभियान, और भगवान बिरसा मुंडा का जन्मोत्सव शामिल थे। इन गतिविधियों ने छात्रों को जनजातीय समाज और उनके योगदान को समझने का एक अनूठा अवसर दिया।
इसमें विभिन्न विधाओं में स्थान प्राप्त किए गए छात्र-छात्राओं के नामों की घोषणा की गई। इन सभी छात्र-छात्राओं को विद्यालय के वार्षिकोत्सव में पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।
शानदार प्रस्तुतियों ने मोहा मन
छात्राओं जानवी,मोदिका,हिना,कृतिका,रश्मि,लेखिता ने छत्तीसगढ़ी सांस्कृतिक लोक नृत्य और गार्गी,मधु,तोषण, बसंत,घनश्याम,कैलाश,सुजल,प्रवीण, डिकेश एवं दीपांशु ने आदिवासी समूह गान प्रस्तुति से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
वही छात्राओं नारायणी,मुकेश्वरी,डिम्पल,देविका,प्रिंसी, मोहिनी,लिसा,रेणुका,चंचल और चित्रलेखा ने छत्तीसगढ़ी त्योहार नृत्य प्रस्तुत किया। छात्राओं की ऊर्जा और समर्पण ने सभी का दिल जीत लिया।
राष्ट्रीय स्तर पर विजेता छात्रों की प्रस्तुति
राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले पोखराज और खुशहाल की जोड़ी ने अपनी प्रस्तुति दी।
विदित हो कि हाल ही में नेस्ट द्वारा आयोजित राष्ट्रीय प्रतियोगिता में दोनों छात्रों की जोड़ी ने पूरे भारतवर्ष में तृतीय स्थान प्राप्त किया था इसके पश्चात *छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने दोनों को अपने एक्स एवं इंस्टाग्राम हैंडल से बधाई संदेश दिया था।
संविधान दिवस के महत्व पर चर्चा:
संविधान दिवस के 75वें वर्षगांठ के अवसर पर संविधान की प्रस्तावना का पाठ विद्यालय के शिक्षक सुधांशु द्वारा सभी छात्र छात्राओं,शिक्षकों और अतिथियों को करवाया गया, जबकि मूल अधिकारों पर आशुतोष और मूल कर्तव्यों पर निर्मल कुमार शर्मा ने प्रकाश डाला।
मुख्य अतिथि का प्रेरक संबोधन:
मुख्य अतिथि श्रीमती टोकेश्वरी मांझी ने अपने संबोधन में संविधान के आदर्शों और जनजातीय समाज के गौरवपूर्ण योगदान की सराहना की। उन्होंने छात्रों को अपने अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक होने का संदेश दिया।
समाजसेवी शीतल ध्रुव ने संविधान एवं जनजातीय समुदायों के योगदान पर एक विस्तृत चर्चा की और अपने ओजस्वी वक्तव्य से सभी में जोश का संचार किया।
धन्यवाद ज्ञापन:
कार्यक्रम का समापन विकास सर के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिन्होंने सभी अतिथियों, शिक्षकों और छात्रों के प्रति आभार व्यक्त किया।
यह समारोह न केवल एक आयोजन था, बल्कि हमारे संविधान और जनजातीय संस्कृति के प्रति सम्मान और समर्पण का प्रतीक भी बना।
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