दो युवकों ने गैंदाटोला पुलिस पर लगाया मारपीट व पैसा निकालने का आरोप
रात में जा रहे युवकों को रोककर ली तलाशी फिर दिया तमाचा फिर थाने में लाकर डंडे से पिटने की बात आई सामने
मामले कि गंभीरता को देखते हुए अधिकारी ने पीड़ितों से लिया कथन
छुरिया से राजू मंडावी की रिपोर्ट।
छुरिया- ब्लाक मुख्यालय अंतर्गत आने वाले ग्राम दिवानटोला निवासी विकास बांधे व नितेश कुमार ने गैंदाटोला पुलिस पर
पिटाई कर रकम छिन वापस नहीं करने का लगाया गंभीर आरोप?
युवकों ने हमारे संवाददाता को दिए विडियो बयान के अनुसार वे दिवानटोला निवासी हैं वे किसी थ्रेशर मालिक यहां धान मशिन थ्रेशर चालक के रूप में कार्य करते हैं। जो गैंदाटोला क्षेत्र व अन्य किसानो से किए गए कार्य कि वसूली कर रात्रि लगभग नौ साढे नौ बजे के आसपास शराब पीने कि इच्छा पर महाराष्ट्र कोकड़ी जाते समय ग्राम धर्मुटोला के पास गैंदाटोला पुलिस व्दारा सड़क पर कांटेदार झाड़ झड़ोका रखकर रुकवाया । जहां लगभग मौजूद पांच से छह पुलिसकर्मी व्दारा मारपीट कर जेब में रखे वसूली के 50000 रुपए को निकाल लिए और मारपीट कर गैंदाटोला थाना लाया गया जहां थाने परिसर के भीतर लाकर डंडों से पीटाई किया गया वहीं पुलिसकर्मी शराब कि तस्करी में फंसा देने जैसे डराया गया जिसके बाद रात्रि लगभग ढाई तीन बजे कुछ कार्यवाही कर हमें छोड़ दिया गया। जो गैंदाटोला पुलिस व्दारा किये गये कार्यवाही पर सवालिया निशान लगा दिया है?
रात के अंधेरे में कि गई कार्यवाही किस अधिकारी को दी गई जानकारी जो बगैर डाक्टरी मुलायजा कराये छोड़ देने दिया आदेश?
अब प्रश्न यह उठता है कि जब गैंदाटोला पुलिस ने युवकों को पकड़कर थाना परिसर लाया गया तो क्या उसकी पुरी कार्यवाही का विडियो ग्राफी किया गया या नहीं व जब दोनों युवकों को मध्य रात्रि छोड़ा गया तो किस अधिकारी के संज्ञान में रखकर बगैर डाक्टरी मुलायजा कराये छोड़ देना खुद में सवाल उठाता है?
आपको बता दें कि पीड़ित दोनों युवक दुसरे दिन रात को पुलिसकर्मीयों कि मार का दर्द से कराह कर छुरिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंच ईलाज करवाने पहुंचे जहां डाक्टर ने प्राथमिक इलाज किया। हालांकि डाक्टर को मार का निशान नहीं दिखाई दिया लेकिन यह कहना भी ग़लत नहीं होगा कि अगर रात में छोड़ने से पहले डाक्टरी मुलायजा कराया जाता तो शायद कुछ और कहा जा सकता था। हालांकि इस मामले कि गंभीरता को देखते हुए डोंगरगांव एसडीओपी दिलिप सिसोदिया ने बगैर कोई समय गंवाए छुरिया थाना पहुंच पीड़ित युवकों से मिलकर पुछताछ कि व पीड़ित युवकों ने लिखित कथन दी।
बहरहाल अब देखना होगा आगे नगरीय निकाय चुनाव सामने है और ऐसे में युवकों व्दारा पुलिसकर्मियों पर गंभीर आरोप लगाना इसमें अधिकारी क्या संज्ञान लेकर कार्यवाही करती है यह देखने वाली बात होगी।
वर्जन -
दिलिप सिसोदिया, एसडीओपी
पीड़ित युवकों ने घटना के संबंध आवेदन दिया है उसकी जांच कि जायेगी।
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