राष्ट्र की प्रथम नागरिक ने महाकुंभ में लगाई डुबकी
अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
प्रयागराज - कुंभनगरी में चल रहे महाकुंभ में आज महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी त्रिवेणी संगम पहुंचकर पूरी आस्था के साथ डुबकी लगाई। पावन स्नान करने से पहले राष्ट्रपति ने त्रिवेणी संगम में पुष्प और नारियल अर्पित किया और भगवान सूर्य को अर्घ्य देकर प्रणाम किया। उन्होंने मां गंगा , मां यमुना और मां सरस्वती की अराधना करते हुये एक के बाद एक कई बार पवित्र जल में डुबकी लगाई। इसके बाद वैदिक मंत्रोच्चारण और श्लोकों के बीच उन्होंने संगम त्रिवेणी का दुग्धाभिषेक किया और अक्षत , नैवेद्य , पुष्प , फल , और लाल चुनरी अर्पित करते हुये विधि विधान से पूजा अर्चना की तथा संगम स्थल पर तीनों पावन नदियों की आरती भी उतारी। वहां मौजूद तीर्थ पुरोहित ने उन्हें कलावा बांधकर उनका अभिनंदन किया। इसके बाद महामहिम राष्ट्रपति लेटे हुये हनुमान मंदिर पहुंचीं और आरती की , फिर अक्षयवट धाम पहुंची और दर्शन-पूजन किया। यह लेटे हुये मंदिर करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है और माना जाता है कि यहां दर्शन करने से जीवन की सभी बाधायें दूर हो जाती हैं। वहीं अक्षयवट को हिन्दू धर्म में अमरता का प्रतीक माना जाता है और इसकी महिमा अनेक पुराणों में भी वर्णित है। राष्ट्रपति ने डिजिटल कुम्भ अनुभूति केंद्र का अवलोकन किया , इस दौरान राष्ट्रपति के साथ राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और सीएम योगी भी थे। राष्ट्रपति के महाकुंभ में दौरे को लेकर महाकुंभ क्षेत्र में वाहनों के आवागमन और नावों के संचालन पर प्रतिबंध लगाया गया था। यहां व्यवस्थाओं के अनुसार अरैल , संगम , किले और बड़े हनुमान मंदिर जाने वाले मार्गों पर वाहनों का आवागमन पूरी तरह बंद रहा। राष्ट्रपति के आगमन को देखते हुये प्रयागराज मेला प्राधिकरण और जिला प्रशासन ने व्यापक तैयारियां कर रखी थीं और सुरक्षा के लिहाज से संगम क्षेत्र में ड्रोन कैमरों की मदद से निगरानी की गई। गौरतलब है कि महामहिम राष्ट्रपति का विशेष विमान आज सुबह बमरौली एयरपोर्ट पर लैंड हुआ , जहां राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और सीएम योगी ने स्वागत एवं अभिनंदन किया। इसके बाद वे हेलिकॉप्टर से अरैल स्थित डीपीएस हेलीपैड पर उतरीं , जहां से उन्हें कार द्वारा अरैल घाट ले जाया गया। यहां से वे क्रूज पर सवार होकर वह त्रिवेणी संगम पहुंचीं और स्नान किया। इस दौरान राष्ट्रपति ने डेक पर खड़े होकर नौका विहार का आनंद भी लिया और अपने हाथों से पक्षियों को दाना खिलाया। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें महाकुम्भ के आयोजन और इससे जुड़ी अनेक व्यवस्थाओं की जानकारी भी दी। प्रयागराज में स्नान और सभी जगह दर्शन - पूजन करने के पश्चात महामहिम राष्ट्रपति हेलीकॉप्टर से बमरौली और वहां से दिल्ली के लिये रवाना हो गई। बताते चलें कि द्रौपदी मुर्मू देश की दूसरी राष्ट्रपति हैं, जिन्होंने महाकुंभ में स्नान किया। इससे पहले वर्ष 1954 में देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने भी महाकुंभ में स्नान किया था और अब द्रौपदी मुर्मू ने इस गौरवशाली परम्परा को आगे बढ़ाया है।
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