मुखर्जी नगर ब्रह्माकुमारी सेंटर द्वारा आयोजित त्रिय दिवसीय "समर कैंप फॉर चिल्ड्रन" का समापन कार्यक्रम माननीय कलेक्टर साहब की उपस्थिति में हुआ संपन्न
नन्हे मुन्ने बच्चों के चरित्र निर्माण से ही राष्ट्र का निर्माण संभव है- लायंस अध्यक्ष अरुण कुमार सोनी।
विदिशा मध्यप्रदेश। ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय ए-33 मुखर्जी नगर सेवा केंद्र में आयोजित त्रिय दिवसीयके "समर कैंप फॉर चिल्ड्रन"माननीय कलेक्टर अंशुल गुप्ता जी के मुख्य अतिथ्य, डीएफओ हेमंत यादव जी,
नगर के वरिष्ठ समाजसेवी लायन अतुल शाह जी, राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अखिल भारतीय स्वर्णकार महासभा एवं अध्यक्ष लायंस क्लब विदिशा लायन अरुण कुमार सोनी, मंचासीन अतिथियों की उपस्थिति में समापन दिवस पर कई कार्यक्रम आयोजित किए गए।
मुख्य अतिथि के रूप में अपना उद्बोधन देते हुए कलेक्टर अंशुल गुप्ता जी ने कहा कि बच्चों को इस कैंप के माध्यम से अपने संस्कारों का निर्माण करने की सुंदर प्रेरणा जरूर मिली होगी ऐसी मेरी शुभकामनाएं है।
उन्होंने कहा की वर्तमान समय हम सब की उन्नति में बाधक कहीं ना कहीं यह मोबाइल बनता जा रहा है,
सोशल मीडिया बनता जा रहा है। अतः इन साधनों का सदुपयोग कम से कम उपयोग करें ताकि हम स्वस्थ रहें हमारा मन स्वस्थ रहे और हम अच्छा जीवन व्यतीत कर सके। खेल-खेल में जो आपने यहां सीखा है जो जीवन के दैवी गुण हैं, उन्हें अपने जीवन में पालन करने हैं। जैसे-जैसे हम अच्छे बनते हैं वैसे-वैसे समाज अच्छा बनता है।
आगे कहा पैरेंट्स ने समर कैंप में अपने बच्चों को भेजा, वह भी ब्रह्माकुमारी संस्थान में भेजा, यह बहुत अच्छी बात है। दुनिया में फूल तो अनेक प्रकार के हैं लेकिन हमें गुलाब के फूल जैसा बनना है और उसके जैसी खुशबू चारों ओर फैलानी है। ब्रह्माकुमारी रुक्मणी दीदी ने अपने उद्बोधन में कहा कि बच्चे जो है एक मिट्टी की तरह है जैसे एक कुम्हार मिट्टी का बर्तन बनाता है तो अंदर और बाहर दोनों तरफ से थपथपाता है। ऐसी ही मेरी शुभकामना है कि इस समर कैंप के माध्यम से बच्चों के बाहरी व्यक्तित्व के साथ-साथ आंतरिक व्यक्तित्व का भी विकास हुआ है। अतः आप सभी बच्चों ने इस समर कैंप में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया जिससे आपके जीवन में खुशी और परिवर्तन जरूर आयेगा। आशीर्वचन देते हुए ब्रह्माकुमारी रेखा दीदी ने कहा कि किसी भी चीज को सीखने के लिये जीवन में जिज्ञासा होना बहुत आवश्यक है। जिज्ञासा ही एक ऐसा माध्यम है, जो सदा लक्ष्य को प्राप्त करने के लिये प्रेरित करता है और एक न एक दिन सफलता के शिखर पर पहुँचा देता है और यदि मन में जिज्ञासा उत्पन्न होती है, तो उसे मन में छिपाकर रखने के बजाये किसी न किसी से शेयर जरूर करे क्योंकि शेयर करने से परेशानी का हल होता है। आगे उन्होंने बच्चों को समझाते हुए कहा कि हमें किसी से कम्पेरिजन व कॉम्पिटीशन नहीं करना चाहिये, क्योंकि जब हम दूसरों से अपनी तुलना करते है तो स्वयं को बहुत प्रेशराइज्ड, दुःखी और तनाव में महसूस करते है। जिससे मन की शांति और एकाग्रता धीरे- धीरे खत्म होने लगती है और अपने जीवन से निराश होने लगते है। अपने मन को मेडिटेशन, ध्यान के माध्यम से सदा खुश रखें क्योंकि इससे मन चार्ज होता है और हर चीज को ग्रहण करने की शक्ति बढ़ती है। हेमंत यादव डिस्ट्रिक्ट फॉरेस्ट अधिकारी ने बच्चों के अन्दर के सकारात्मक परिवर्तन को देख ब्रह्माकुमारी संस्था की सराहना करते हुए कि इस प्रकार के आयोजन से विलुप्त संस्कृति पुर्न जागृत होगी। वरिष्ठ समाजसेवी अतुल शाह जी ने संबोधित करते हुए बच्चों से आग्रह किया कि रोज सुबह उठते ही माता- पिता के पैर छूना चाहिये, क्योंकि माता- पिता से जो आशीर्वाद मिलता है, वो भगवान के आशीर्वाद के समान होता है। जो बच्चे अपने माता- पिता के सामने झुकते है, वो जीवन के किसी भी परिस्थिति के सामने नहीं झुक सकते क्योंकि ऐसे समय में उनके माता- पिता की दुआयें छत्रछाया बन जाती है। आपका एक प्रणाम सारी जिंदगी बदल देता है। लायंस क्लब अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अखिल भारतीय स्वर्णकार महासभा लायन अरुण कुमार सोनी जी ने कहा बच्चों के चारित्रिक और नैतिक विकास से ही संसार का विकास होगा। व्यक्तित्व विकास का मतलब ही है कि हमारे अन्दर शिक्षा के साथ- साथ कितने गुण है, हमारे में धैर्य रखने की क्षमता कितनी है, परखने की शक्ति कितनी है और हमारा व्यवहार सभी के साथ कैसा है? इसका आकलन ही व्यक्तित्व विकास है। आपने कहा की नन्हे मुन्ने बच्चों के चरित्र का निर्माण ही राष्ट्र का निर्माण है। कार्यक्रम के अंत में कलेक्टर अंशुल गुप्ता एवं अन्य अतिथियों द्वारा बच्चों को सर्टिफिकेट, गिफ्ट आदि वितरित किए गए। कार्यक्रम में पूर्व विधायक मेहताब सिंह यादव, फॉरेस्ट रेंजर पिंकी रघुवंशी, उमेश ताम्रकार, आदि अधिक संख्या में लोग उपस्थित रहे।
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