वन विकास निगम ने पेड़ों की कटाई और ठूंठ जलाने की खबर को बताया निराधार
कृषि कार्य वन अधिकार पत्रधारी भूमि पर पूर्व से जारी, मौके पर जांच में नहीं मिली गड़बड़ी
कवर्धा, 9 मई 2025। हाल ही में जंगल काटकर खेत बनाए जाने और पेड़ों के ठूंठ जलाने की जो खबरें प्रसारित हुई हैं। प्रसारित खबर को वन विकास ने तत्काल संज्ञान लिया और जांच के निर्देश दिए। जांच रिपोर्ट के बाद वन विकास निगम के कवर्धा परियोजना मंडल ने प्रसारित खबर को गलत बताया है।
वन विकास निगम कवर्धा के मंडल प्रबंधक श्री पीताम्बर साहू ने स्पष्ट किया है कि प्रसारित खबर में किए गए दावे पूरी तरह से असत्य और निराधार हैं। इस संबंध में मौके की जांच उप मंडल प्रबंधक कवर्धा के द्वारा की गई, जिसमें पाया गया कि जिस भूमि पर पेड़ों की कटाई और ठूंठ जलाने की बात कही गई है, वह परियोजना परिक्षेत्र पंडरिया के कुकदूर-3 सर्किल के अंतर्गत कक्ष क्रमांक पीएफ-436 में स्थित है।
इस क्षेत्र में ग्राम मुरकी, बकेला, बीरमपुर और लिम्हईपुर शामिल हैं। मंडल प्रबंधक श्री साहू ने जानकारी दी कि उक्त भूमि पर शासन द्वारा संतराम, फागुराम, नोहर, पंचराम, कार्तिकराम समेत अन्य लगभग 80 व्यक्तियों को कुल 52.367 हेक्टेयर क्षेत्र में व्यक्तिगत वन अधिकार पत्र प्रदान किए गए हैं। इन किसानों द्वारा विगत कई वर्षों से इस भूमि पर वैधानिक रूप से कृषि कार्य किया जा रहा है।
जांच के दौरान यह भी स्पष्ट हुआ कि वहां किसी भी प्रकार से नए पेड़ों की कटाई नहीं की गई है, न ही ठूंठ जलाकर नष्ट करने की कोई गतिविधि पाई गई है। विभागीय अधिकारियों ने मौके पर पूरी प्रमाणिकता के साथ स्थिति का आकलन किया और पाया कि प्रकाशित खबर में बताए गए तथ्य वास्तविकता से मेल नहीं खाते।
वन विकास निगम कवर्धा के मंडल प्रबंधक ने अपील करते हुए कहा कि इस प्रकार की खबरें विभागीय पुष्टि के बिना प्रसारित न की जाएं। इससे अनावश्यक भ्रम की स्थिति उत्पन्न होती है। उन्होंने स्पष्ट किया कि संबंधित भूमि पर कृषि कार्य वन अधिकार पत्रधारियों द्वारा वैध रूप से किया जा रहा है और किसी भी प्रकार की अवैध कटाई या नुकसान की पुष्टि नहीं हुई है।
CNI NEWS कवर्धा छत्तीसगढ़ से अनवर खान की रिपोर्ट
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