नशे के कारोबार और नशा खोरी से परेशान
बसना - महासमुंद। जिले के बसना में अवैध नशीले पदार्थों का कारोबार जोरो पर है सूत्रों की माने तो यहां हर घर गली मोहल्लों में नशे में उपयोग में आने वाला समान आसानी से उपलब्ध है चाहे वो अवैध महुआ शराब हो चाहे वो गांजा हो सुलेशन हो और यहां तक कि अब दवाइयों और इंजेक्शन ये सब यहां गली मोहल्लों में आसानी से मिलने के के कारण इनका उपयोग इतना तेजी से बढ़ रहा है जिसकी कोई सीमा नहीं है युवा वर्ग तो इसकी चपेट में पहले ही आ चुके पर अब छोटे बच्चे भी इससे अछूते नहीं रहे जिससे को परिवार और समाज पर गहरा असर पड़ रहा है वार्ड नंबर पंद्रह की महिलाएं अपने बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित है उनका कहना है नशे का समान सुलेशन इत्यादि इतनी आसानी से मिल जाने के कारण हमारे बच्चे भी इसकी चपेट में आ रहे हम शासन प्रशासन से यह मांग करते है कि जो भी व्यक्ति नशे के कारोबार में संलिप्त है उन पर शासन प्रशासन कड़ी से कड़ी कार्यवाही करे और बढ़ते अवैध नशीले पदार्थ के कारोबार पर अंकुश लगाए वही सेवानिवृत शिक्षक बद्री प्रसाद पुरोहित का कहना है मेरे घर के बाउंड्री के सामने पेड़ के नीचे छोटे बच्चे युवा वर्ग रोजाना अड्डा बना कर अपने नशापान को अंजाम दे रहे यहां बैठ कर गांजा बीडी सिगरेट पीते है जिसका धुवां सीधे मेरे घर पर आता है यहां हो रहे नशे से वार्ड के कुरैशी सर का कहना है हमने इसकी शिकायत वार्ड मेंबर को भी की है इस पर उचित कार्यवाही कराए बसना में नशा खोरी इतना ज्यादा बढ़ गया है कि इसको शासन प्रशासन द्वारा नियंत्रण नहीं किया गया तो आगे चल के ये बसना ही नहीं पूरे क्षेत्र के लिए विकराल समस्या बन जाएगा जिस पर काबू पाना बहुत ही मुश्किल हो जाएगा मेरा शासन प्रशासन पुलिस से निवेदन है इस पर जल्द से जल्द कार्यवाही करें ये नशा कोई छोटा मोटा नशा नहीं है लोगों का घर बर्बाद कर रहा है वही इस संदर्भ में इब्राहिम कादरी जिला अध्यक्ष पत्रकार कल्याण महासंघ का कहना है कि मेरे और मेरे रिपोर्टर साथियों द्वारा समाचार पत्र और अन्य मिडिया के माध्यम से शासन प्रशासन का बसना क्षेत्र में हो रहे अवैध नशीले दवाइयों और इंजेक्शन का उपयोग संबंध में ध्यान आकर्षित करने की कोशिश की गई थी पर इस पर कोई शासन प्रशासन द्वारा उचित कार्यवाही कही नजर नहीं आया जिसके बाद वार्ड क्रमांक पंद्रह में सूत्रों से प्राप्त जानकारी अनुसार नशे के हालात में एक भाई नि अपने ही बहन की हत्या की बात सामने आई जिसके तुरंत बाद ही मेरे और मेरे रिपोर्टर साथियों द्वारा नशे के लिए उपयोग में आने वाले अवैध नशीले दवाओं और इंजेक्शन के अंकुश लगाने और कार्यवाही करने के लिए महासमुंद जिला के कलेक्टर कार्यालय, उप पुलिस अधीक्षक कार्यालय एवं ड्रग इंस्पेक्टर स्वास्थ विभाग के कार्यालय में आवेदन कर बसना और उसके आस पास के क्षेत्र में बढ़ते नशीले पदार्थों पर अंकुश लगाने और नशा और नशे के कारोबार में संलिप्त पाए जाने वाले व्यक्तियों पर उचित एवं दंडात्मक कार्यवाही की मांग की गई थी परन्तु उक्त कार्यालयों पर आवेदन जमा करने के लगभग एक महीने बाद भी कोई उचित कार्यवाही का न होना प्रशासन की उदासीनता और निष्क्रियता चिंता जनक है शासन और प्रशासन को इस पर कोई देर न करते हुए जल्द से जल्द कार्यवाही करने करने की अपेक्षा करता हूं
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