Breaking

अपनी भाषा चुने

POPUP ADD

सी एन आई न्यूज़

सी एन आई न्यूज़ रिपोर्टर/ जिला ब्यूरो/ संवाददाता नियुक्ति कर रहा है - छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेशओडिशा, झारखण्ड, बिहार, महाराष्ट्राबंगाल, पंजाब, गुजरात, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटका, हिमाचल प्रदेश, वेस्ट बंगाल, एन सी आर दिल्ली, कोलकत्ता, राजस्थान, केरला, तमिलनाडु - इन राज्यों में - क्या आप सी एन आई न्यूज़ के साथ जुड़के कार्य करना चाहते होसी एन आई न्यूज़ (सेंट्रल न्यूज़ इंडिया) से जुड़ने के लिए हमसे संपर्क करे : हितेश मानिकपुरी - मो. नं. : 9516754504 ◘ मोहम्मद अज़हर हनफ़ी - मो. नं. : 7869203309 ◘ सोना दीवान - मो. नं. : 9827138395 ◘ आशुतोष विश्वकर्मा - मो. नं. : 8839215630 ◘ सोना दीवान - मो. नं. : 9827138395 ◘ शिकायत के लिए क्लिक करें - Click here ◘ फेसबुक  : cninews ◘ रजिस्ट्रेशन नं. : • Reg. No.: EN-ANMA/CG391732EC • Reg. No.: CG14D0018162 

Friday, August 8, 2025

ऑयल पाम की खेती से किसानों के जीवन में आएगी खुशहाली: प्रभारी मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल’ स्वास्थ्य मंत्री ने ऑयल पाम के पौधे रोपित कर किसानों को बताए इसके फायदे।

 ऑयल पाम की खेती से किसानों के जीवन में आएगी खुशहाली: प्रभारी मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल’



स्वास्थ्य मंत्री ने ऑयल पाम के पौधे रोपित कर किसानों को बताए इसके फायदे।

सी एन आइ न्यूज-पुरुषोत्तम जोशी। 

छ.ग.प्रदेश-ऑयल पाम की खेती से किसानों को कम मेहनत एवं कम लागत में अधिक मुनाफा होगा। इससे उनकी आर्थिक स्थिति बेहतर होगी और उनके जीवन में खुशहाली आएगी। गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले के प्रभारी एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल और मरवाही विधायक श्री प्रणव कुमार मरपची ने आज गौरेला विकासखण्ड के करगीखुर्द में ऑयल पाम के पौधे लगाकर किसानों को इसके फायदे बताए। उल्लेखनीय है कि खाद्य तेलों का उत्पादन बढ़ाने, किसानों की आय में वृद्धि करने और खाद्य तेलों का आयात पर निर्भरता कम करने के उद्देश्य से भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय खाद्य तेल मिशन शुरू किया गया है। इस अभियान के तहत वन अधिकार पट्टा धारक 13 आदिवासी किसानों के 15 हैक्टेयर क्षेत्र में पहली किश्त में 1250 ऑयल पाम के पौधे लगाए गए। यहां प्रति हैक्टेयर 143 के मान से 2145 पौधे लगना है। 


ऑयल पाम की खेती से वार्षिक उत्पादन प्रति एकड़ 10 से 12 टन, न्यूनतम मजदूर की आवश्यकता, ऑयल पाम पौधे में बीमारी होने की संभावना कम होती है, अतः दवाई पर होने वाले खर्च कम है। इसका उत्पादन 4 वर्ष से प्रारंभ हो जाता है। फसलोत्पाद बिक्री हेतु बाजार उपलब्ध है।  ऑयल पाम खेती के फायदों में खरीदी हेतु सरकार द्वारा मूल्य का निर्धारण, फसल उत्पादन खरीदी हेतु संग्रहण केन्द्र की सुविधा, कमीशन एजेंट से छुटकारा, मुफ्त तकनीकी सहायता, विशेषज्ञों द्वारा निरीक्षण, परिक्षण व निरंतर सहयोग मिलता है।  बहुवर्षीय फसल 25 से 30 वर्ष तक लगातार उत्पादन होता है ऑयल पाम की खेती के रखरखाव हेतु सरकार की तरफ से आर्थिक (सब्सिडी) सहायता भी शामिल है।

No comments:

Post a Comment

Please do not enter any spam link in the comment box.

Hz Add

Post Top Ad