गरबा नहीं, छत्तीसगढ़ी संस्कृति ही हमारी पहचान – छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना
खरोरा खड़, 19 सितम्बर।
नवरात्र पर्व के अवसर पर छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना (CKS) ने खरोरा में गरबा आयोजन के विरोध में तहसीलदार और थाना प्रभारी को ज्ञापन सौंपा।
क्रांति सेना ने कहा कि नवरात्र का पर्व छत्तीसगढ़ की अपनी विशिष्ट संस्कृति और परंपराओं से जुड़ा हुआ है, जिसमें सुवा नृत्य, कर्मा नृत्य, पंथी, ददरिया, राउत नाचा, सेवा जस गीत और माता के चरित्रण झांकी जैसी परंपराएं सदियों से चली आ रही हैं।
ज्ञापन में यह भी कहा गया कि गरबा गुजरात की संस्कृति है, जिसे छत्तीसगढ़ में थोपने की कोशिश की जा रही है। कई बार गरबा कार्यक्रमों में फिल्मी गानों का इस्तेमाल और अशोभनीय वस्त्रों में अंग-प्रदर्शन किया जाता है, जो नवरात्र जैसे पावन पर्व की गरिमा के विपरीत है और आने वाली पीढ़ी पर गलत प्रभाव पड़ता है। इसे माता का अपमान बताते हुए क्रांति सेना ने स्पष्ट किया कि वे किसी की संस्कृति का विरोध नहीं कर रहे, बल्कि संस्कृति के नाम पर फैल रही अश्लीलता और दिखावे का विरोध कर रहे हैं।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से शामिल रहे –
छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना जिला उपाध्यक्ष लोकेश सतनामी
जिला मीडिया प्रभारी (जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी) सुमित ध्रुव
CKS खड़ अध्यक्ष राकेश सेन
JCP खड़ अध्यक्ष आशकरण साहू
उपाध्यक्ष मनोज वर्मा
IT प्रभारी पाइयश सोनवानी
रवि कुमार
भास्कर
होरी धीवर
हिम्मत बघेल
कोमल निर्मलकार
मिश्रीलाल निषाद
जीतेश
नविन गुप्ता
अजय वर्मा
तमाम सेनानी मौजूद रहे सभी ने एकजुट होकर कहा कि आने वाले समय में यदि ऐसे आयोजनों पर रोक नहीं लगाये जाने पर उग्र आंदोलन किया जाएगा।
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