बैगा जनजातीय बहुल इलाकों में स्वास्थ्य सुदृढ़ीकरण पर विशेष फोकस
सुदूर वनांचल तक पहुँचेगी बेहतर स्वास्थ्य सेवाएँ : कलेक्टर वर्मा
कलेक्टर ने वनांचल क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण पर विभागीय समीक्षा की
कबीरधाम में मेडिकल कॉलेज की तैयारी तेज,
वनांचल के लिए 59 पदों पर भर्ती प्रक्रिया जारी
जिले की दुर्गम पहाड़ियों से मैदानी क्षेत्रों तक स्वास्थ्य सेवाएँ मजबूत करने पर जोर
31 नए भवनों की आवश्यकता, वनांचल में स्वास्थ्य सुविधाओं को मिलेगी नई ताकत
मेडिकल कॉलेज से जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था को नई गति मिलेगी
वनांचल के हर परिवार तक स्वास्थ्य सेवाएँ पहुँचाना प्रशासन की प्राथमिकता : कलेक्टर
कवर्धा, 13 सितम्बर 2025। कबीरधाम जिले के सुदूर और वनांचल क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने के लिए कलेक्टर श्री गोपाल वर्मा ने आज स्वास्थ्य विभाग की महत्वपूर्ण बैठक लेकर ठोस कदम उठाए। उन्होंने कहा कि बैगा जनजाति बहुल बोड़ला, पंडरिया और सहसपुर लोहारा जैसे दुर्गम विकासखण्डों से लेकर जिले के मैदानी और शहरी क्षेत्रों तक स्वास्थ्य सुविधाएँ पहुँचाना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
कलेक्टर श्री वर्मा ने निर्देश दिए कि जिले का व्यापक स्वास्थ्य रोडमैप (राडपैप) तैयार किया जाए, जिसमें प्रत्येक उपस्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र और जिला चिकित्सालय की वास्तविक स्थिति दर्ज की जाए। उन्होंने कहा कि जिले का एक बड़ा हिस्सा पर्वतीय और घने जंगलों से घिरा हुआ है, जहाँ विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा और अन्य आदिवासी परिवार निवास करते हैं। ऐसे क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएँ सुलभ कराना हम सभी की साझा जिम्मेदारी है।
कलेक्टर श्री वर्मा ने जिले में भर्ती और मानव संसाधन पर जोर विशेष जोर दिया है। उन्होंने एनएचएम अंतर्गत संविदा पदों पर भर्ती प्रक्रिया शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि पहाड़ी और दूरस्थ गाँवों में स्वास्थ्य केंद्रों की सुदृढ़ संरचना बनने से ग्रामीणों, विशेषकर बैगा परिवारों तक स्वास्थ्य सेवाएँ सुगमता से पहुँच पाएँगी।
बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती अनुपमा तिवारी ने बताया कि स्टाफ नर्स सहित 33 प्रकार के मानव संसाधन के लिए 59 पदों पर भर्ती प्रक्रिया चल रही है। इन भर्तियों के पूर्ण होने से वनांचल और दुर्गम क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं में बड़ी राहत मिलेगी।
कलेक्टर श्री वर्मा ने बैठक में जिले में स्वास्थ्य केंद्रों भवनों की समीक्षा की। बैठक में जानकारी दी गई कि जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए 31 नए भवनों की आवश्यकता है। इसके अलावा 23 संस्थानों में बाउंड्रीवाल, 5 अतिरिक्त भवन और 7 मरम्मत योग्य भवन चिह्नित किए गए हैं। 10 संस्थानों में बिजली और पानी की समस्या है लेकिन वहाँ वैकल्पिक व्यवस्था उपलब्ध है।
बैठक में राज्य शासन द्वारा स्वीकृत मेडिकल कॉलेज की तैयारियों पर भी चर्चा हुई। कलेक्टर ने कहा कि आगामी सत्र से मेडिकल कॉलेज प्रारंभ करने के लिए आयुष विभाग की इमारत को वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर उपयोग किया जाएगा। इसके लिए प्रशासन द्वारा राज्य शासन को विभागीय पत्र लिखने के निर्देश दिए।
साथ ही जिला अस्पताल परिसर में मेडिकल कॉलेज संचालन के लिए ट्रांसफार्मर की क्षमता बढ़ाने संबंधित विभाग को शीघ्र कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए।
कलेक्टर श्री गोपाल वर्मा ने कहा कि जिले की भौगोलिक स्थिति चुनौतीपूर्ण है। बोड़ला, पंडरिया और सहसपुर लोहारा के अधिकांश गांव पर्वतों और जंगलों से घिरे हैं। यहाँ पहुँच मार्ग कठिन है, परंतु ऐसे क्षेत्रों तक स्वास्थ्य सेवाएँ पहुँचाना ही हमारी सबसे बड़ी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि “स्वास्थ्य सेवाएँ हर गाँव और हर परिवार तक पहुँचें, यही सबकी प्राथमिकता होनी चाहिए।
बैठक में सिविल सर्जन डॉ. केशव ध्रुव, वरिष्ठ शिशुरोग विशेषज्ञ डॉ. सलिल मिश्रा, जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती अनुपमा तिवारी, जिला नोडल अधिकारी डॉ. अनामिका पटेल सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी, चिकित्सक और कर्मचारी उपस्थित थे।
CNI NEWS कवर्धा छत्तीसगढ़ से अनवर खान की रिपोर्ट
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