राजनांदगांव
दिव्यांग होते हुए भी हौसले कम नहीं हुए प्रमोद जैन के अन्य लोगों के लिए प्रेरणादाई है
विश्व दिव्यांग दिवस
प्रमोद जैन सिंघल का जन्म 24 अगस्त 1977 को मरोदा में श्री रमेश चंद्र जैन विमला देवी के यहां छोटे पुत्र के रूप में हुआ बचपन से होनहार ओर तंदरुस्त थे इनकी शिक्षा मरोदा स्कूल ओर हायर सेकंडरी शहीद स्मारक जो वर्तमान में भिलाई पब्लिक स्कूल है कल्याण महाविद्यालय ओर कृष्णा महाविद्यालय से इन्होंने ग्रेजुएशन किया ओर अपने पैतृक व्यापार में संलग्न हो गए जिनकी एक दुर्घटना में स्पाइन c3 C4 डैमेज हो गई ओर ये 80%दिव्यांग हो गए ओर जीवन एक जंग में बदल गया ओर नित्यकर्म से लेकर हर काम के लिए दुसरे पर निर्भर हो गए ओर जीवन में इतना संघर्ष करते हुए हार चुके थे लेकिन भगवान को ओर ही कुछ मंजूर था ऑपरेशन के बाद इन्हें डॉ शोभित सागर मिले जो कि इन्हें फिजियो कराने लगे फिर धीरे धीरे नए सफर की शुरुआत हुई जो व्यक्ति मौत चाहता था उसने अब जीने का उत्साह आना शुरू हुआ अब भी दूसरों पर निर्भर होते हुए भी आज प्रमोद एक मिशाल बन गए हैं जो कि दिव्यांग बुजुर्गों गौ सेवा में एक दिव्यांग होते हुए भी राष्ट्रीय गौ रक्षा वाहिनी गौ सेवा संघ के प्रदेश प्रभारी सक्षम जन फाऊंडेशन के फाउंडर फ्लोटिंग विंग्स स्विमिंग एकेडमी के संरक्षक दुर्ग दिव्यांग संघ के संयोजक दुर्ग जिला निर्वाचन के ब्रांड एम्बेसडर जैन समाज समाज द्वारा सेक्टर ६ जैन मिलन द्वारा समाज रत्न से इस वर्ष सम्मानित किए गए हैं
निशक्तजन वित्त एव विकास निगम के चेयरमैन माननीय लोकेश कवाड़िया जी ने इनके द्वारा किए जा रहे कार्यों को देखा और प्रमोद जैन को अपनी टीम में शामिल किया
प्रमोद एक मोटिवेशनल स्पीकर है जो लोग जीवन से हार चुके है उन्हें जीने की राह दिखाते है दिव्यांग साथियों को ये हिम्मत के साथ उन्हें रोज़गार उनकी योग्यता के आधार पर हर क्षेत्र में जाने के लिए प्रेरित करते हैं
कोई काम छोटा नहीं होता भिलाई दुर्ग संपूर्ण छत्तीसगढ़ में दिव्यांग साथी अपनी योग्यता के अनुरूप रोज़गार कर रहे है दुर्ग जिले केजिलाधीश महोदया समाज कल्याण विभाग उपसंचालक महोदय सभी दिव्याँग साथियों के सहयोग के लिए तत्पर रहते है ओर डॉ सुधीर गांगेय इनका मार्गदर्शन करते हुए इन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते है
प्रमोद प्रशासन से अनुरोध करते हैं कि जो फर्जी दिव्यांग सरकारी नौकरियों में सर्टिफिकेट बना कर जॉब कर रहे उन्हें बर्खास्त कर वास्तविक दिव्यांगों को नौकरियां प्रदान करे ओर हर नगर पालिक निगमों मे दिव्याँग साथियों को नियुक्त किया जाय
एक दिव्यांग होते हुए भी समाज सेवा मे एक अलग पहचान बनाई जैन सिंघल का जन्म 24 अगस्त 1977 को मरोदा में श्री रमेश चंद्र जैन विमला देवी के यहां छोटे पुत्र के रूप में हुआ बचपन से होनहार ओर तंदरुस्त थे इनकी शिक्षा मरोदा स्कूल ओर हायर सेकंडरी शहीद स्मारक जो वर्तमान में भिलाई पब्लिक स्कूल है कल्याण महाविद्यालय ओर कृष्णा महाविद्यालय से इन्होंने ग्रेजुएशन किया ओर अपने पैतृक व्यापार में संलग्न हो गए जिनकी एक दुर्घटना में स्पाइन c3 C4 डैमेज हो गई ओर ये 80%दिव्यांग हो गए ओर जीवन एक जंग में बदल गया ओर नित्यकर्म से लेकर हर काम के लिए दुसरे पर निर्भर हो गए ओर जीवन में इतना संघर्ष करते हुए हार चुके थे लेकिन भगवान को ओर ही कुछ मंजूर था ऑपरेशन के बाद इन्हें डॉ शोभित सागर मिले जो कि इन्हें फिजियो कराने लगे फिर धीरे धीरे नए सफर की शुरुआत हुई जो व्यक्ति मौत चाहता था उसने अब जीने का उत्साह आना शुरू हुआ अब भी दूसरों पर निर्भर होते हुए भी आज प्रमोद एक मिशाल बन गए हैं जो कि दिव्यांग बुजुर्गों गौ सेवा में एक दिव्यांग होते हुए भी राष्ट्रीय गौ रक्षा वाहिनी गौ सेवा संघ के प्रदेश प्रभारी सक्षम जन फाऊंडेशन के फाउंडर फ्लोटिंग विंग्स स्विमिंग एकेडमी के संरक्षक दुर्ग दिव्यांग संघ के संयोजक दुर्ग जिला निर्वाचन के ब्रांड एम्बेसडर जैन समाज समाज द्वारा सेक्टर ६ जैन मिलन द्वारा समाज रत्न से इस वर्ष सम्मानित किए गए हैं
निशक्तजन वित्त एव विकास निगम के चेयरमैन माननीय लोकेश कवाड़िया जी ने इनके द्वारा किए जा रहे कार्यों को देखा और प्रमोद जैन को अपनी टीम में शामिल किया
प्रमोद एक मोटिवेशनल स्पीकर है जो लोग जीवन से हार चुके है उन्हें जीने की राह दिखाते है दिव्यांग साथियों को ये हिम्मत के साथ उन्हें रोज़गार उनकी योग्यता के आधार पर हर क्षेत्र में जाने के लिए प्रेरित करते हैं
कोई काम छोटा नहीं होता भिलाई दुर्ग संपूर्ण छत्तीसगढ़ में दिव्यांग साथी अपनी योग्यता के अनुरूप रोज़गार कर रहे है दुर्ग जिले केजिलाधीश महोदया समाज कल्याण विभाग उपसंचालक महोदय सभी दिव्याँग साथियों के सहयोग के लिए तत्पर रहते है ओर डॉ सुधीर गांगेय इनका मार्गदर्शन करते हुए इन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते है
प्रमोद प्रशासन से अनुरोध करते हैं कि जो फर्जी दिव्यांग सरकारी नौकरियों में सर्टिफिकेट बना कर जॉब कर रहे उन्हें बर्खास्त कर वास्तविक दिव्यांगों को नौकरियां प्रदान करे ओर हर नगर पालिक निगमों मे दिव्याँग साथियों को नियुक्त किया जाय
एक दिव्यांग होते हुए भी समाज सेवा मे एक अलग पहचान बनाई
सी एन आई न्यूज़ के लिए संतोष सहारे की रिपोर्ट


















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