Breaking

अपनी भाषा चुने

POPUP ADD

सी एन आई न्यूज़

सी एन आई न्यूज़ रिपोर्टर/ जिला ब्यूरो/ संवाददाता नियुक्ति कर रहा है - छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेशओडिशा, झारखण्ड, बिहार, महाराष्ट्राबंगाल, पंजाब, गुजरात, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटका, हिमाचल प्रदेश, वेस्ट बंगाल, एन सी आर दिल्ली, कोलकत्ता, राजस्थान, केरला, तमिलनाडु - इन राज्यों में - क्या आप सी एन आई न्यूज़ के साथ जुड़के कार्य करना चाहते होसी एन आई न्यूज़ (सेंट्रल न्यूज़ इंडिया) से जुड़ने के लिए हमसे संपर्क करे : हितेश मानिकपुरी - मो. नं. : 9516754504 ◘ मोहम्मद अज़हर हनफ़ी - मो. नं. : 7869203309 ◘ सोना दीवान - मो. नं. : 9827138395 ◘ आशुतोष विश्वकर्मा - मो. नं. : 8839215630 ◘ सोना दीवान - मो. नं. : 9827138395 ◘ शिकायत के लिए क्लिक करें - Click here ◘ फेसबुक  : cninews ◘ रजिस्ट्रेशन नं. : • Reg. No.: EN-ANMA/CG391732EC • Reg. No.: CG14D0018162 

Friday, May 1, 2020

कोंडागांव : साग-सब्जी के बीज उत्पादन से ‘चैनू राम‘ बना लखपति आधुनिक कृषि पद्धति को अपनाकर बीज उत्पादन से हो रही शानदार आमदनी, जल, जंगल और जमीन का सही उपयोग किया प्रगतिशील कृषक ने

 कोण्डागांव ( गिरीश जोशी ) : 01 मई 2020/विरले ही ऐसे कृषक होते है जो बदलते वक्त को पहचान कर कृषि की नई परिपाटी को अपनाते हुए स्वयं को एक सफल कृषक के दर्ज में रखते है। विकासखण्ड कोण्डागांव से 15 कि.मी. दूर उमरगांव के गायता पारा में रहने वाले चैनू राम मण्डावी भी ऐसे ही कृषक है जिन्होंने कृषि क्षेत्र में एक शानदार मुकाम बना लिया है। अगर उनकी कृषि उपलब्धि की चर्चा की जाये तो अपनी 4 एकड़ की भूमि में सिर्फ लौकी, कुम्हड़ा, टिंडा, दोड़का जैसे साग-सब्जियों के बीजो का उत्पादन करके इस वर्ष लगभग 25 लाख से अधिक आय अर्जित कर ली है।
 एम.ए तक शिक्षित चैनूराम बताते है कि घर में बड़े होने के नाते उन पर कृषि कार्य करने का दबाव था पिता और चाचा सामान्य कृषक थे जबकि माँ घर-गृहस्थी संभालती थी। वर्ष 1989-90 में उनके पिता और चाचा धान जैसे परम्परागत फसलो का उत्पादन करके मात्र 5 हजार सालाना कमा पाते थे, परन्तु चैनू राम ने स्नात्कोत्तर की डिग्री होने के पश्चात् कृषि क्षेत्र में कुछ नए करने की चाह के चलते अपना रुख साग-सब्जी के बीज उत्पादन की ओर कर दिया। हालाकि शुरुवाती दौर में उन्होंने साग-सब्जी उगाने का प्रयास किया। परन्तु शीघ्र ही उन्हें सब्जियों का उत्पादन करना लाभप्रद नहीं लगा बजाय बीज उत्पादन के। क्योंकि सब्जियों के बाजार मूल्य में घट-बढ़ होते रहती थीे जिससे सब्जी विक्रय के दौरान उसका मूल्य लागत निकालना मुश्किल हो जाता था। इसे देखते हुए उन्होंने बस्तर क्षेत्र के उन्नतशील कृषको से संपर्क किया और उनसे बीज उत्पादन के वैज्ञानिक एवं तकनीकी पहलुओं को सीखकर सब्जियों के बीज उत्पादन करने का विचार किया।
इस प्रकार वर्ष 2014 में सर्वप्रथम उन्होंने कुम्हड़ा फसल की खेती की और इससे उन्हें 39 हजार रुपये का लाभ हुआ। इससे प्रोत्साहित होकर उन्होंने बी.एन कंपनी नामक बीज उत्पादक संस्था से संपर्क भी किया और अपने 4 एकड़ की भूमि में ड्रिप, स्पिंकलर, बैड सैपट और मल्चिंग कराकर एक हाईटेक कृषि प्रक्षेत्र का रुप दिया। फलस्वरुप आज वो अपने गांव के प्रथम साग-बीज उत्पादक किसान के रुप में चर्चित हो चुके है। इसे देखते हुए उनके आस-पास के कृषको ने भी प्रेरणा लेकर बीज उत्पादन प्रारंभ कर दिया है औश्र हजारों रुपये की आय अर्जित कर रहे है। श्री मण्डावी ने यह भी बताया कि उन्होंने दूसरे गांव के अन्य बीज उत्पादक कृषको का वाट्सअप ग्रुप भी बना लिया है जिसमें वे बीज की गुणवत्ता को बढ़ाने अन्य फसलीय बीमारी के समाधान के बारे में आवश्यक सलाह मष्वरा भी करते है। 
उनका यह भी मानना है कि अगर स्थानीय कृषक समुदाय का वास्तविक विकास होना है तो हमें जल, जंगल, जमीन की अवधारणा को समझना होगा। जल अर्थात पानी का सही उपयोग, जंगल अर्थात वन संरक्षण एवं जमीन मतलब भूमि की उर्वरता एवं गुणवत्ता को बनाये रखना है। अपने शुरुवात दौर के संघर्ष को याद करते हुए उन्होंने यह भी बताया कि प्रारंभ से ही अपने जीवन का लक्ष्य बनाया था, कि ‘मन की सुनो और उसे पूरा करने के लिए जी-जान से पूरा जूट जाओ‘ और शायद इसी ईच्छा शक्ति के बदौलत चैनू राम मण्डावी ने अपने आप को एक सफल कृषक के रुप में स्थापित कर लिया है।

यहां यह भी बताना उचित होगा कि कलेक्टर नीलकंठ टीकाम द्वारा अपने समस्त ग्रामीण क्षेत्र के प्रवास एवं दौरो के दौरान ग्रामीणों को जल, जंगल, जमीन के महत्व और उसमें आधुनिक कृषि के समायोजन को समझाने का विषेश प्रयास किया जाता है वे मानते है कि स्थानीय वनवासी समुदाय के आर्थिक, सामाजिक विकास में जल, जंगल, जमीन की विषेश भूमिका रहेगी और इसी का परिणाम है कि चैनू राम मण्डावी जैसे कृषको ने इसके महत्व को समझ कर कृषि क्षेत्र में उपलब्धि हासिल किया है।

No comments:

Post a Comment

Please do not enter any spam link in the comment box.

Hz Add

Post Top Ad