गौरतलब है की नगर पंचायत सारागांव में इन दिनों विद्युत विस्तारीकरण का कार्य के अंतर्गत पोल शिफ्टिंग का कार्य किया जा रहा है जिसमें लंबे लंबे खंभोको लगाकर उसमें केबिलिंग का कार्य किया जा रहा है बताया जाता है कि संबंधित विद्युत ठेकेदार के द्वारा अपने मातहत कर्मचारियों के जान जोखिम में डालकर बिना पर्याप्त सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराएं उनकी जान से खिलवाड़ किया जा रहा है कहना ना होगा कि ठेका के विद्युत कर्मियों को कार्य के दौरान उपलब्ध कराए जाने वाला सुरक्षा उपकरण का कहीं कोई अता पता नहीं है और वह ठेकेदार के विद्युत कर्मचारी अपनी जान जोखिम में डालकर अपने उदर पूर्ति के वास्ते कार्य करने के लिए इतना मजबूर हैं कि वह अपनी जान की परवाह तक नहीं कर पा रहे हैं जबकि संबंधित विद्युत ठेकेदार के द्वारा सुरक्षा अधिनियम श्रम अधिनियम सहित इसी प्रकार के सुरक्षा नियमों को ताक में रखकर अपने श्रमिकों के साथ समझौता करके जिंदगी को खतरे में डालने जैसी हरकत की जा रही है यदि कार्य के दौरान किसी विद्युत कर्मी का जान पर खतरा आन पड़ता है तो आखिरकार इसका जिम्मेदार कौन होगा यहां पर यह बताना लाजिमी होगा कि संबंधित ठेकेदार के द्वारा हर दृष्टि से अपने कर्मचारियों के लिए सुरक्षा साधन का इंतजाम किया जाना चाहिए पर यहां पर ऐसा नहीं हो रहा है
जहां श्रमिकों के साथ कार्य के दौरान जान को जोखिम में डालकर कार्य कराया जा रहा है
*दीपक कुमार यादव जिला जांजगीर चांपा के साथ हितेश मानिकपुरी रायपुर छत्तीसगढ़*
No comments:
Post a Comment
Please do not enter any spam link in the comment box.