श्री बघेल ने कहा कि मिनीमाता को दलितों और महिलाओं के उत्थान के लिए किए गए कार्यों के लिए सदा याद किया जाएगा। मिनीमाता के योगदान को चिरस्थाई बनाने के लिए छत्तीसगढ़ के हसदेव बांगो बांध का नामकरण मिनीमाता के नाम पर किया गया। छत्तीसगढ़ सरकार ने गांवों में घर-घर शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए मिनीमाता अमृत धारा योजना की शुरूआत की। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर समाज के प्रतिनिधियों द्वारा प्रस्तुत की गई विभिन्न मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार कर त्वरित कार्यवाही का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री निवास पर उपस्थित नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ.शिवकुमार डहरिया ने इस अवसर पर कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग और गरीबों के विकास के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। राज्य सरकार छत्तीसगढ़ की अस्मिता की प्रतीक मिनीमाता सहित प्रदेश के महापुरूषोें का सपना पूरा करने की दिशा में काम कर रही है।
कार्यक्रम स्थल से कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि नगर निगम रायपुर के महापौर श्री एजाज ढेबर ने भी सम्बोधित किया। गुरु घासीदास साहित्य एवं संस्कृति अकादमी एवं सतनामी समाज के प्रदेशाध्यक्ष श्री के.पी.खण्डे ने समाज की विभिन्न मांगे रखीं। डॉ. डहरिया ने मुख्यमंत्री को प्रतीक चिन्ह भी भेंट किया। कार्यक्रम स्थल पर कार्यक्रम की संयोजक श्रीमती शकुन डहरिया, गुरु घासीदास साहित्य एवं संस्कृति अकादमी एवं सतनामी समाज के महासचिव श्री जे.आर.सोनी, कोषाध्यक्ष श्री डी. एस. पात्रे, सचिव श्री जी. आर.बाघमारे, प्रवक्ता चेतन चंदेल, समाज के जिला अध्यक्ष श्री सुंदर जोगी, सतनामी समाज के विशिष्टजन और प्रतिभावान छात्र-छात्राएं एवं उनके पालक इस अवसर पर उपस्थित थे। नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने इस कार्यक्रम के बाद न्यू राजेन्द्र नगर कार्यक्रम स्थल पहुंचकर वहां सामाजिक क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए महिलाओं और प्रतिभावान छात्र-छात्राओं को सम्मानित भी किया।
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