11 अगस्त 2020
प्रेषक
मोहम्मद सज्जाद खान
मनुष्य के जीवन में
जिस तरह हर व्यक्ति निस्वार्थ भाव से अपने परिवार की तन, मन, धन से समर्पित होकर पूर्ण रूप जिम्मेदारी/दायित्व उठाते हुए सेवा करता है । उसी प्रकार हर व्यक्ति की अपने समाज के प्रति भी जिम्मेदारी बनती है कि वह अपने परिवार की तरह ही अपने समाज के लिये सोच विचार करे तथा समाज के प्रति अपने दायित्वो का निर्वाह्न करे ओर समाज सेवा को एक जिम्मेदारी के साथ निभाये ।हमारा परिवार भी समाज का एक हिस्सा होता है । उसी समाज के कारण आज हमारी और हमारे परिवार की पहचान होती है । इसलिये जितनी जिम्मेदारी हमारी हमारे परिवार के लिये होती है उतनी ही जिम्मेदारीयां हमारी हमारे समाज के प्रति भी बनती है और इन जिम्मेदारीयों का व्यवस्था बिना किसी निस्वार्थ भाव के करना समाज के हर नागरिक का कर्तव्य है आजके समय सब आगे बढ़ने की होड़ में इस कदर लगे हुए हैं।की इंसानियत और मानवता जैसे नेक कार्यों को भूलते चले जा रहे हैं। मनुष्य के जीवन अपना कुछ भी नहीं है।वह अपने साथ यदि कुछ लाता है।तो वे उसके अच्छे आमाल कर्म ही होते है। इसलिए मनुष्य के अंदर मानवता और इंसानियत का होना बहुत बड़ा महत्व रखता है। इन्हीं मानव जीवन के कल्याण के लिए अवाम ए हिन्द सोशल वेलफेयर कमेटी की स्थापना 19-97 को मोहम्मद सज्जाद खांन की अगुवाई में किया गया था। संस्था के गठन के उपरांत अभी तक उताड़ चढ़ाओ आते गये लोग भी आते गये और जाते गये लेकिन संस्था द्वारा मानवता को निरतंर जारी रखा संस्था अवाम ए हिन्द सोशल वेलफेयर कमेटी रायपुर तत्वावधान मे किये जाने वाले मानव जीवन को सुरक्षित रखने मानव कल्याण के दिशा निरतंर 25 वर्षों से समर्पित बिना किसी स्वार्थ पूर्ति के लिए मानवता और इंसानियत को मोहम्मद सज्जाद खांन के द्वारा समाज सेवा को एक हिस्सा बनाया गया। विगत दिनों से संस्था ने मानवता को जिंदा रखने के लिए समाज एवं प्रदेश के खुशहाली के लिए विभिन्न रचनात्मक कार्यों को अंजाम दिया गया शहर को प्रेदूषण मुक्त तथा हराभरा रखने हेतु पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में कार्य करते हुए लोगों को प्रोत्साहित करना जल संर्वधन संरक्षण की दिशा में कार्य करना नशामुक्ति जागरुकता अभियान चलाना देश की आंतरिक आपदाओं की स्थिति में अपनी नैतिक जिम्मेदारी का वहन करना टूटे और बिखरे हुए परिवारों को फिर से मिलाना जन कल्याणकारी योजनाएं जैसे निशुःक स्वास्थ्य शिविर आयोजित करना शहर को स्वच्छ रखने के लिए निरतंर स्वच्छता अभियान चलाया गया प्रदेश में बढ़ते हुए मादक पदार्थों के खिलाफ नशामुक्ति अभियान चलाकर सैकड़ों घरों को बचाया गया.रक्तदान करना निर्धन व्यक्तियो को मेडिकल सम्भंधित आवश्यक सेवाएं प्रदान करना जरूरत मंद परिवारों को समय समय पर उपयोगी नए वस्त्र प्रदान करना, शीक्षा के क्षेत्र में निर्धन परिवार के छात्रों को गणवेश कॉपी पुस्तक का वितरण तथा मेघावी बच्चों को स्कॉलरशिप प्रदाना करना निर्धन परिवार के बेटियों का विवाह में आर्थिक रूप से मदद करना- लावारिस लाशों का अंतिम संस्कार में कफन दफन की व्यवस्था करना अन्याय अत्याचार, शोषण और सामाजिक कुरतियो के खिलाफ आवाज बुलंद करना,गरीबों असहाय लाचारो को वर्षा ऋतु में चार महीनों तक लगातार निशुःक भोजन की व्यवस्था कराईं गई भीषण गर्मी में जरूरत मंद प्यासे लोगों की प्यास बुझाने के लिए निरतंर ठंडे आरो का पानी एवं दही लस्सी छांछ नीबू पानी साथ ही 10 हजार लीटर पीने का पानी रेलवे स्टेशन बसस्टैंड मे व्यवस्था की गई निशुल्क व्यवस्था की गई केरल में आई तबाही मे संस्था ने अपनी ओर आर्थिक सहयोग मे मदद की कोविड 19 कोरोना महामारी संकट में जनता कर्फ्यू लॉकडाउन की स्थिति में सुरुवाती दिनों से ही 22 मार्च लॉकडाउन मे फंसे हुए गरीब मजदूर बेबस लाचार लोगों को उनके जीवन को सुरक्षित रखने तथा भूख से बचाने के लिए 12 सौ लोगों को हर दिन दोपर रात्रकालीन का भोजन बनाकर संस्था भूखे पेट को लगातार चार माह तक पौष्टिक भोजन की व्यवस्था की गई है।जनहित कार्यों की पूर्ति हेतु शासन एवं प्रशासन का समय समय पर ध्यान आकृष्ट करना जैसे अनेक सामाजिक कार्यों की निस्वार्थ भाव से जिसका प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष लाभ समाज के सभी वर्गो को निरतंर रूप मिलता रहता है।सामाजिक सद्भाव और एकता कायम करने के लिए संस्था प्रतिबध्द हैं। इन्हीं उद्देश्यों की पूर्ति के लिए सर्वधर्म समभाव कायम रखने के लिए सामाजिक संस्था अवाम ए हिन्द सोशल वेलफेयर कमेटी का गठन सन 1997 मे मोहम्मद सज्जाद के द्वारा उनके अगुवाई में संस्था की स्थापना की गई थी।भविष्य में भी संस्था अपने नैतिक मूल्यों के दायित्वों के प्रेति कटिबद्ध रहेगी लेकिन आजके वर्तमान समय में समाज में व्यापक स्तर मे गिरावट दिखाई दे रही है। देश एवं समाज में निस्वार्थ भाव से निरंतर समाज कल्याण के दिशा में कार्य करने वाली सामाजिक संस्थाओं की भागीदारी सरकारी योजनाओं में भागीदारी सुनिश्चित नहीं हो पा रहा है। जबकि किसी भी प्रदेश में निस्वार्थ भाव से सामाजिक हितों के लिए किये जा रहे कार्य प्रदेश के लिए बहुत बड़ा योगदान रहता है। सिर्फ कुछ ही अनुदान प्राप्त एंजियो को ही शासन अहमियत देती हैं देश में सरकारें बनती हैं।फिर बदल जाती हैं।लेकिन प्रसाशन की व्यवस्था वहीं रहती हैं। आजके समय पर अच्छे समाजसेवियों अच्छे कार्य करने के लिए बहुत संघर्षों का सामना करना पड़ता है। शाशन एवं प्रशासन को चाहिए कि सामाजिक हितों के लिए निरतंर कार्य करने वाली सामाजिक संगठनों को भी अपने योजनाओं में सामिल करें ताकि प्रदेश के कल्याण और विकास समाज कल्याण के दिशा में कार्य कर सके ✍✍
संस्थापक मोहम्मद सज्जाद अवाम ए हिन्द सोशल वेलफेयर कमेटी रायपुर (छ.ग.)
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