पशुधन विकास विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार पशुधन विकास विभाग द्वारा राष्ट्रीय कृषि विकास योजना अंतर्गत रामचरण पटेल को जमुनापारी नर बकरा प्रदाय किया गया था। उस वक्त उनके पास कुल 20 देशी बकरियां थीं। जमुनापरी नस्ल का बकरा मिलने से नस्ल सुधार हो गया। अब उनके पास उन्नत नस्ल के कुल 79 बकरियॉ है, जिसमे से प्रजनन योग्य -3 नर बकरे, 40 मादा बकरी है। जिसमे से -22 बच्चे दे चुकी है तथा 38 मेमने है। इस व्यवसाय से रामचरण को एक वर्ष में लगभग 70 हजार रूपये की आमदनी हुई है। पशुधन विकास विभाग के द्वारा रामचरण का मार्गदर्शन, नियमित टीकाकरण और कार्य कृमिनाशक दवापान कराया जाता है। रामचरण से प्रेरित होकर ग्राम करनौद में 15 पशुपालकों द्वारा बकरी पालन का कार्य किया जा रहा है। पशुधन विकास विभाग की इस योजना से पशुपालको को प्रोत्साहन मिला है। रामचरण ने इस योजना के लिए छत्तीसगढ़ की सरकार को धन्यवाद दिया है।
पशुधन विकास विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार पशुधन विकास विभाग द्वारा राष्ट्रीय कृषि विकास योजना अंतर्गत रामचरण पटेल को जमुनापारी नर बकरा प्रदाय किया गया था। उस वक्त उनके पास कुल 20 देशी बकरियां थीं। जमुनापरी नस्ल का बकरा मिलने से नस्ल सुधार हो गया। अब उनके पास उन्नत नस्ल के कुल 79 बकरियॉ है, जिसमे से प्रजनन योग्य -3 नर बकरे, 40 मादा बकरी है। जिसमे से -22 बच्चे दे चुकी है तथा 38 मेमने है। इस व्यवसाय से रामचरण को एक वर्ष में लगभग 70 हजार रूपये की आमदनी हुई है। पशुधन विकास विभाग के द्वारा रामचरण का मार्गदर्शन, नियमित टीकाकरण और कार्य कृमिनाशक दवापान कराया जाता है। रामचरण से प्रेरित होकर ग्राम करनौद में 15 पशुपालकों द्वारा बकरी पालन का कार्य किया जा रहा है। पशुधन विकास विभाग की इस योजना से पशुपालको को प्रोत्साहन मिला है। रामचरण ने इस योजना के लिए छत्तीसगढ़ की सरकार को धन्यवाद दिया है।
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