छत्तीसगढ़
वन विभाग की जमीन पर कब्जा कर की जा रही थी खेती
साल्हेवारा । क्षेत्र में वनभूमि कब्जा जमाने के लिए खेल चल रहा है। आसपास के गांवों में कुछ दबंग लोग कब्जा कर खेती करने में लगे हैं, ताकि आने वाले समय में उस जमीन का उन्हें पट्टा मिले और जमीन उनके नाम हो जाए। ऐसे ही मामले में क्षेत्र के दो पंचायत के आश्रित गांव अकलकुंआ, बैगा साल्हेवारा, घोगले व बरवाही में सामने आया है। ऐसे में यहां वन समिति व वन विभाग ने वन भूमि में कब्जा कर खेती कर रहे किसानों के खतों में मवेशियों को घुसा कर उनके फसलों को चरा दिया है। इसके बाद एक कब्जाधारी रामपुर निवासी योगेश पिता चंद्रभूषण यदु ने वन समिति के पदाधिकारियों के खिलाफ थाने में शिकायत की है। इस पर से 11 लोगों को 13 अगस्त को थाने में तलब किया गया था। इसके बाद दोनों पंचायत के सरपंच व 150-200 की संख्या में ग्रामीण थाने पहुंच गए और थाने का घेराव करते हुए मामले की जानकारी दिया है।
ज्ञात हो कि शासन द्वारा 2005 के पहले से जिस वन भूमि में लोग खेती कर रहे थे, उन्हें पट्टा देने की घोषणा हुई है। इसके फेर में इन दिनों पेड़ों को काटकर जंगल में कब्जा जमाने वालों की संख्या बढ़ गई है। ज्ञापन सौंपने आए कोसमर्रा के सरपंच दिनेश साहू व गेरुखदान के सरपंच धरम पटेल ने बताया कि कुछ लोगों द्वारा वन भूमि में कब्जा कर खेती की जा रही थी, जिसकी शिकायत वन विभाग से की गई थी। इसके बाद वन विभाग ने ग्रामीणों की मौजूदगी में ही उन खेतों में मवेशियों को घुसाकर फसल को चरवा दिया था। योगेश यदु ने भी तकरीबन डेढ़ एकड़ जमीन पर कब्जा की थी। उस पर भी कार्रवाई हुई है। इसके बाद ही उसने थाने में शिकायत की है। बाकि किसानों ने कार्रवाई को सही बताकर सहमति दी है। उस जमीन में अब पौधरोपण करने की तैयारी चल रही है।
आगे की कार्रवाई की जाएगी
साल्हेवारा थाना प्रभारी लोमेश सोनवानी ने कहा कि गांव के 11 लोगों के खिलाफ योगेश यदु ने खड़ी फसल को चराने की शिकायत की थी। इसके बाद उन ग्रामीणों को जवाब तलब किया गया था। वन समिति व वन विभाग द्वारा लिए निर्णय के बारे में ग्रामीणों ने भी बताया है। मौके पर जाकर निरीक्षण कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
सी एन आई न्यूज के लिये साल्हेवारा से दिलीप शुक्ला की रिपोर्ट ।
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