शिक्षक तुलेश्वर कुमार सेन आज कोई पहचान की मोहताज नहीं हैं
हितेश मानिकपुरी रायपुर । शिक्षक तुलेश्वर सेन छत्तीसगढ़ में प्रारम्भिक शिक्षा पहली से दसवीं तक अपने गांव के स्कूल सलोनी घुमका जिला राजनांदगांव में सम्पन्न हुआ।
कक्षा 11वी 12वी की शिक्षा घुमका स्कूल में किया।
उसके बाद डी एड जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान खैरागढ़ में सम्पन्न हुआ।
उसके बाद नौकरी की तलाश में भटकता रहा।परन्तु नौकरी कहीं मिलती नजर नहीं आ रहा था।
एक पैर से विकलांग शिक्षक
तुलेश्वर सेन अपने आप का हिम्मत कभी नहीं हारा ।
तुलेश्वर कुमार सेन बचपन से मेहनती व मेधावी छात्र रहा ।
ग़रीबी के कारण पढ़ाई बीच में बंद हो रहा था ।तब गायत्री परिवार,शिक्षक,जनप्रतिनिधियों की सहयोग से आगे बढ़ पाया।
अपनी पढ़ाई के लिए स्वयं मेहनत किए
मंदिर का पुजारी,हजामत बनाना,सब्जी बेचने का काम करना, फोटो ग्राफी बहुत सारे छोटे मोटे काम किए।
नौकरी नहीं लग रहा है करके बैंक से लोन लेकर दुकान खोले।परंतु किस्मत को कुछ और मंजूर था ।दुकान का ताला तोड़कर पूरा सामान चोरी हो गया।
फिर नौकरी की तलाश किए।
2006 में छुई खदान ब्लाक के अन्तर्गत ग्राम बसंतपुर नवीन प्राथमिक शाला में नियुक्ति हुई।पहली बार जाकर स्कूल खोला गया।
जहां पर आजादी के लगभग 60 साल बाद गांव में तीन बोरिंग के आलावा कुछ नहीं था। पूरे आदिवासी समाज के लोगों की बस्ती थी।
न स्कूल,न आगनवाड़ी,न बस,न रोड,न मोबाइल,न ही कोई सुविधा।
वहां पर अपने काम की शुरुवात किया।
घर में रहना , घर में पढ़ना सारा समय बच्चो वी आदिवासियों के लिए समर्पण कर दिया।
तीन साल में उस गांव की अलग पहचान बना दिया।
सुबह शाम पालक संपर्क,बच्चो को अपने साथ नहलाना,तैयार करना,उनके दातुन,ब्रस,उनके कपड़े ,साफ सफाई ,उनके लिए काफी पुस्तक व अन्य सुविधा जुटाना,गांव की साफ सफाई, स्वच्छता अभियान, बाल संस्कार शाला,योगा क्लास,नशामुक्ति अभियान,प्रतिदिन गांव में प्रभात फेरी,प्रत्येक गुरुवार को दीपयज्ञ बच्चो का जन्म दिन मनाना , विद्या आरम्भ संस्कार ,सामूहिक गणेश ,सरस्वती उत्सव,रामायण का कार्यक्रम आयोजित किया गया।
आकाशवाणी रायपुर के कार्यक्रम बाल वाटिका,किसलय ,फर माईशी में नाम शामिल करवाना।बच्चो के साथ हर पल उनके व उनके गांव की विकास की बात बताना ।अपने साथ समय समय अपने गांव व अन्य स्थानों पर शैक्षिक भ्रमण करना ।शिक्षा ,साहित्य के प्रति जन जागरूकता के लिए काम करने की कोशिश करना।महिला व बालिका शिक्षा पर काम करना।प्रतिदिन पालक संपर्क सुबह शाम करना ।
मेरे साथ में शिक्षक श्री कौशलेश कवर भी था ।मै प्रभारी था।
मेरे द्वारा शिक्षा दिए कुछ बच्चे आज कालेज में पढ़ाई कर रहे है
अगस्त 2006 से अक्टूबर 2009 तक कार्य किया।
उसके बाद 2009 से प्राथमिक शाला पैलीमेटा आया ।
यहां भी बाल संस्कार शाला,नशा मुक्ति अभियान,पालक संपर्क,गणेश ,सरस्वती उत्सव,एक कुंडिया यज्ञ के पांच कुंडिया यज्ञ,विद्या आरम्भ संस्कार प्रति शनिवार योग की कक्षा ,प्रति शनिवार विभिन्न प्रतियोगिता, हस्त कला,बौद्धिक,नैतिक,जीवन जीने की कला ,प्रत्येक वर्ष शैक्षिक भ्रमण , हाई स्कूल ,मिडिल स्कूल में जाने का मौका मिला ।अपनी संस्कृति,अपनी भाषा,परम्परा अपने देश की भूत ,वर्तमान भविष्य के बारे में बच्चो को शिक्षा देना ।प्रति दिन दो घंटे पालक संपर्क करना।आसपास के ग्रामणों व पलको से साप्ताहिक मेल मिलाप करना,बालिका शिक्षा,प्रतिभावान बच्चो का फीस जमा करना आदि कार्यक्रम करना ।कुशल मंच संचालक,आसपास की समस्याओं से अधिकारी व जनप्रतिनिधि तक पहुंचाने की कोशिश करना हमेशा से जनहित की मुद्दा उठाया जाना इनकी पहचान है।
स्वालंबन की शिक्षा व प्रशिक्षण की व्यवस्था बनाना ,युवा शिविर का आयोजन करना ।साधना,शिक्षा,स्वास्थ्य,स्वालंबन,पर्यावरण,नारी जागरण व्यसन मुक्ति एवम् कुरीति उन्मूलन अभियान चलाया जाना ।चल चित्र कार्यालय दुर्ग में डाक्यूमेंट्री फिल्म में मीडिया प्रभारी है।आकाशवाणी रायपुर से दो बार प्रसारण हो चुका ।प्रिंट मीडिया में व इलेक्ट्रानिक मीडिया में संपर्क रखते हैं।मतदाता जागरूकता अभियान चलाया जाता है।
इन कार्यों के लिए बहुत सारे सम्मान भी मिल चुका है।
विकलांग होकर भी हर नहीं मानता है।
तुलेश्वर सेन जी को विभिन्न कार्य के क्षेत्र में कई जगह सम्मान प्रमाणपत्र भी मिला है ।
गायत्री प्रज्ञा पीठ तुलेश्वर सें मंच संचालक रामायण,जस,सांस्कृतिक कार्यक्रम,युवा शिविर का आयोजन,रेडियो आकाशवाणी सुनना,पत्र लिखना, दो बार प्रसारण आकाशवाणी में,नशामुक्ति प्रचारक,फ्लेक्स,आडियो,वीडियो,प्रोजेक्टर सेट द्वारा,स्कूल में बालसभा ,बाल संस्कार शाला,नवाचारी शिक्षक,गायत्री परिवार युवा प्रकोष्ठ छत्तीसगढ़ कार्यकर्ता,सप्त आंदोलन रचनात्मक कार्यों में शामिल,कभी कभी कविता ,आलेख लिखना,पत्रकारिता में रुचि आसपास के होने वाले घटना क्रम का प्रिंट व इलेक्ट्रानिक मीडिया समाचार बनाना, शासन प्रशासन को जनता की समस्या से रूबरू करना,डाक्यूमेंट्री फिल्म में सहयोगी
गायत्री परिवार द्वारा कर्मकांड प्रशिक्षण प्राप्त आदि
तन समर्पित,मन समर्पित,धन समर्पित।
नशा मुक्ति के लिए मेरा जीवन समर्पित।।
हितेश मानिकपुरी रायपुर छत्तीसगढ़ की रिपोर्ट ।
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