मोहन द्विवेदी की रिपोर्ट
चाम्पा -- कोसा , काँसा एवं कंचन की नगरी एवं नगर पालिका परिषद चाम्पा के मुख्य नगरपालिका अधिकारी शशि शुक्ला , पालिकाध्यक्ष जय थवाईत एवं पार्षदो के सहयोग से छत्तीसगढ़ सरकार के गोधन न्याय योजना के अंतर्गत एसएलआरएम सेन्टर चरन नगर चाम्पा में गोबर खरीद कर कम्पोस्ट खाद तैयार किया जा रहा है।इसी तारतम्य में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की कड़ी में महिला स्व-सहायता समूह के सदस्यों द्वारा मिट्टी गोबर के मिश्रण से रंग बिरंगी और आकर्षक दीपक भी बनाये जा रहे हैं। गोबर से बने इन दीपका का धार्मिक महत्व होने के साथ ही इससे पर्यावरण की सुरक्षा भी होगी। गौरतलब है कि राज्य सरकार महिलाओं को वैकल्पिक और नवीन तकनीक के माध्यम से गोबर के आकर्षक दीपक बनाने के लिये प्रोत्साहित कर रही है साथ ही बाजार की उपलब्धता पर भी ध्यान दिया जा रहा है। इन्हें एक स्थायी बाजार भी उपलब्ध कराया जा रहा है , जहांँ से आम नागरिक अपनी मनपसंद कि दीपक खरीद सकते हैं। इससे महिला समूह को आर्थिक रूप से मदद मिलेगी और उनके घर भी दीपावली में रोशन होंगे।
इस संबंध में जानकारी देते हुये जिला समन्वयक कीर्ति कुमार जायसवाल ने बताया कि विगत पंद्रह दिनों से यहाँ दस महिलाओं का समूह गाय के गोबर से प्रतिदिन एक हजार दीपक का निर्माण कर रहे हैं। इनकी बिक्री के लिये चाँपा शहर में विक्रय केन्द्र खोला गया है जहाँ से शहरवासी ये रंगीन और आकर्षक दीपक खरीद सकते हैं। इस प्रयास में जिला समन्वयक कीर्ति कुमार जायसवाल, सफाई निरीक्षक प्रमोद कुमार, सफाई प्रभारी रीना चावरिया के द्वारा समूह के सदस्यों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। दीपक को तैयार करने के लिये समूह के अध्यक्ष श्रीमति रानू , सचिव सीमा बाल्मीकि, कोषाध्यक्ष सरस्वती, सदस्य श्रीमति काँची बाल्मीकि, वृहस्पति भार्गव, हीरा बाई, श्याम बाई, अनिता बाई , मीना लहरे, गीता बाई, तिहारिन बाई आदि लगे हुये हैं। चाँपावासियों द्वारा महिला स्वसहायता समूह के आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ते इस कदम की मुक्त कंठ से प्रशंसा की जा रही है।
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