अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
नई दिल्ली--कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिाकर्जुन खड़गे राज्य सभा में नये नेता प्रतिपक्ष बनाये गये , उन्होंने वरिष्ठ कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद का स्थान लिया है। राज्यसभा सचिवालय की ओर से जारी संसदीय बुलेटिन के मुताबिक, राज्यसभा सदस्य के तौर पर आजाद का कार्यकाल 15 फरवरी को खत्म होने के बाद सभापति एम वेंकैया नायडू ने खड़गे को नेता प्रतिपक्ष की मान्यता प्रदान की है। पिछले दिनों कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने नायडू को पत्र लिखकर खड़गे को उच्च सदन में नेता प्रतिपक्ष बनाये जाने का अनुरोध किया था। मल्लिकार्जुन खड़गे का जन्म 21 जुलाई 1942 को बिदर जिले में हुआ था , उनकी पढ़ाई-लिखाई गुलबर्गा में हुई। उन्होंने वकालत की डिग्री हासिल की ,उन्होंने छात्र जीवन से ही राजनीति में कदम रखा और संघर्ष करके एक ऊंचा मुकाम हासिल किया। खड़गे 1969 में कांग्रेस में शामिल हुये , पहले वह गुलबर्गा में कांग्रेस शहर अध्यक्ष बने। इसके बाद 1972 में पहली बार विधायक बने फिर 2008 तक लगातार वे 09 बार विधायक चुने जाते रहे। इसके बाद वे लगातार दो बार 2009 और 2014 में सांसद बने। खड़गे अपने राजनीतिक करियर में 09 बार विधायक और 02 बार सांसद रहे। कर्नाटक से ताल्लुक रखने वाले दलित नेता खड़गे 2014 से 2019 के बीच लोकसभा में कांग्रेस के नेता रह चुके हैं। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्हें गुलबर्गा संसदीय सीट पर हार का सामना करना पड़ा था। वे पिछले साल राज्य सभा के लिये पहली बार निर्वाचित हुये थे , वे उच्च सदन में कर्नाटक का प्रतिनिधित्व करते हैं।
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