महेंद्र शर्मा बंटी-डोंगरगढ़ प्रदेश व जिला कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी शहर और ग्रामीण द्वारा संयुक्त रूप से ग्राम ढारा में किसान सभा का आयोजन किया गया। किसान सभा का आयोजन कर कांग्रेस जनों तीन काले कृषि कानूनों का विरोध करते हुए इन काले कानूनों को वापस लेने की मांग मोदी सरकार से की। किसान सभा को संबोधित करते हुए अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष विधायक भुनेश्वर बघेल ने कहा तीन काले कृषि कानूनों के देश में लागू होने के पश्चात जमीन हमारा और फसल व्यापारी का हो जाएगा और किसान बड़े उद्योगपतियों और पूंजी पतियों के गुलाम बन जाएंगे। कृषि कानूनों के आड़ में केंद्र सरकार अनाज खरीदी के जवाबदारी से बचना चाह रही है और न्यूनतम समर्थन मूल्य को समाप्त करना चाह रही है। केंद्र सरकार कृषि मंडियों को समाप्त करने का प्रयास कर रही है। छत्तीसगढ़ अंतःव्यवसायी वित्त विकास निगम के अध्यक्ष पूर्व मंत्री धनेश पटीला ने कहा सदन में चर्चा किए बिना कृषि कानूनों को पास करना केंद्र सरकार के षड्यंत्र को दर्शाता है। कृषि कानून लाने के पूर्व केंद्र सरकार को किसान संगठनों से चर्चा कर उनके हित में कानून बनाना था। कृषि कानूनों के लागू होने से मात्र कृषक ही नहीं आम जनता महंगाई से त्रस्त और परेशान हो जाएगी। उन्होंने कहा की भूपेश सरकार से प्रेरणा लेकर केंद्र सरकार को किसान हित में कार्य करना चाहिए। किसान सभा को संबोधित करते हुए जिला किसान कांग्रेस के अध्यक्ष प्रभारी महेंद्र यादव ने कहा कि इन कानूनों के माध्यम से कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग होने के बाद किसान व्यापारियों और बड़े पूंजीपतियों के गुलाम बन जाएंगे और इस समझौते से अलग नहीं हो पाएंगे। साथ ही निजी क्षेत्र को असीमित भंडारण की छूट देने से अनाज और अन्य कृषि उत्पादों का मूल्य अनियंत्रित हो जाएगा और देश में मनमाने महंगाई बढ़ जाएगी। किसान सभा को एआईसीसी सदस्य क्रांति बंजारे जिला पंचायत सदस्य पुष्पा वर्मा ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष द्वय संजीव गोमास्ता सुरेश सिन्हा कमलेश वर्मा चुमन साहू जनपद सदस्य दिनेश ठाकुर नलिनी मेश्राम भारत भूषण मेश्राम गोकुल वर्मा माधव दास माणिक वर्मा प्रमोद वैष्णव एनएसयूआई प्रदेश सचिव अनिमेष सिंह अम्बरीश टांडिया ने भी संबोधित किया।
वक्ताओं ने कहा कि किसानों की आय दोगुनी करने की बात करने वाले प्रधानमंत्री को किसानों के मन की बात भी सुननी चाहिए और प्रदेश के भुपेश सरकार जैसे किसानों की आय दोगुनी करने के लिए पूरे देश में धान एवं अन्य कृषि फसलों के मूल्य में वृद्धि कर उनके खून पसीने की कमाई का उचित मूल्य दिया जाना चाहिए। इस कार्यक्रम में शोभाराम बघेल कुतुबुद्दीन सोलंकी ममता शिंदे गणेश मुदलियार राजू राजपूत महेंद्र नागपुरे नरेश करसे इंदरपाल राजा प्रकाश महानदी मयूर हथेल मतीन खान वीरेंद्र पाल निरंजन कोसरे प्रदीप वैद्य अनसूया बाई सदाराम मंडावी श्याम सिंह राघव गोकरन वर्मा खोरदास संतु दास अकील कुरैशी लोकेश साखरे चेतराम निरंजन कोसरे चोवा राम गोविंद राम शेर सिंह चंदेल हरेश्वम वर्मा डेरहा वर्मा ह्रदय राम मीना बाई त्रिवेणी अमेरिका बाई विदेशी सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसजन और कृषक गण उपस्थित रहे।
No comments:
Post a Comment
Please do not enter any spam link in the comment box.