अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
रायपुर -- इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया ने सीए फाइनल का परिणाम जारी कर दिया है जिसमें छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के भ्रमर जैन (22 वर्षीय) ने प्रथम प्रयास में ही 76.38 प्रतिशत के साथ पूरे देश में टॉप किया है। नतीजों में पहली बार ऐसा हुआ है जब छत्तीसगढ़ के किसी स्टूटेंड की ऑल इंडिया रैंकिंग पहले स्थान पर आयी है। रायपुर के भ्रमर जैन ने टॉप करके छत्तीसगढ़ का नाम रोशन कर दिया है। पूरे देश में टॉप करने वाले भ्रमर जैन ने कहा कि पहले तो उन्हें विश्वास ही नहीं हुआ कि उन्होंने पूरे देश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। उन्होंने बताया कि सीए का कोर्स बहुत ही विस्तृत है इसलिये इसे हल्का करने के लिये उन्होंने सबसे पहले विभिन्न चैप्टर को डिवाईड किया। इसके लिये वे काफी तैयारी कर रहे थे। दिन में 10-12 घंटे तक वे पढाई करते थे , सात में से छह विषयों की वे ऑनलाईन और जैसे संभव हो ऑफ लाईन कोचिंग ले रहे थे। इसके अलावा एक विषय की सेल्फ पढ़ाई कर रहे थे। कोरोना काल के कारण परीक्षा नियत समय पर ना होकर ये परीक्षायें दो चरणों में हुई और इसमें शामिल होने के लिये परीक्षार्थियों को चयन की सुविधा दी गई। छात्र चाहें तो नंवबर 2020 की शामिल हो सकते हैं या फिर जनवरी 2021 में होने वाली परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। भ्रमर ने जनवरी 2021 में होने वाली परीक्षा में शामिल होने का निर्णय लिया। उन्होंने 800 में से उन्होंने 611 अंक अर्जित किया है, जो कि देश भर में सबसे अधिक है। उन्हें 76. 38 प्रतिशत अंक मिला है। इस तरह भ्रमर ने पहली बार प्रदेश में टापर बनकर ना सिर्फ अपने घर-परिवार का नाम रौशन किया, बल्कि पूरे प्रदेश के लिये गौरव बन गये हैं। वे अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता , भैया - भाभी और टीचर्स को देते हैं। उन्होंने बताया कि उनके घर में तीन सीए हैं और फैमिली सपोर्ट की वजह से ही उन्होंने ये मुकाम हासिल किया है। भ्रमर के पिता सीए महावीर प्रसाद जैन , मां अंजू जैन हाउस वाइफ हैं। भ्रमर के बड़े भाई प्रखर जैन भी सीए हैं। साथ ही भाभी श्वेता जैन भी सीए प्रोफेशनल में हैं। उनके घर में शुरू से ही सीए के अनुकूल माहौल रहा। भ्रमर जैन ने बताया कि नवंबर 2019 ने तैयारी शुरू की। हालांकि भ्रमर ने 2017 में आइपीसीसी यानि इंटरमीडिएट प्रोफेशनल कांंपिटेंस कोर्स उत्तीर्ण कर लिया था , उसके बाद सीए में इंटर्नशिप शुरू किया। इसके लिए दिल्ली जाकर आठ महीने का विशेष कोर्स पर पढाई की। इससे पहले आईपीसीसी के नतीजों में भी भ्रमर की ऑल इंडिया रैंकिंग आठवीं पोजीशन पर थी. जिसके बाद सीए फाइनल के एग्जाम में भी भ्रमर को उम्मीद थी कि ऑल इंडिया रैंक में बेहतर रैंकिंग रहेगी. लेकिन पहले स्थान के बारे में नहीं सोचा था। भ्रमर जैन को उपन्यास पढऩा पसंद है , वे साइकिलिंग भी करते हैं और इसके अलावा डांसिंग का भी शौक रखते हैं।
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