रायपुर। राजधानी में विशेष समुदाय बहुल क्षेत्रों में यति नरसिंहानंद के विरोध में उनके फोटो पोस्टर पर आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल करके रोड पर लगाया गया है। इन पोस्टर्स में आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया गया है जो की पूरी तरह गैर कानूनी है। शिवसेना रायपुर जिला इकाई ने इस सन्दर्भ में पुलिस अधीक्षक, कलेक्टर, आयुक्त नगर निगम रायपुर और सिविल लाइन थाना प्रभारी से शिकायत की है। शिवसेना ने कहा कि रायपुर शहर के कुछ विशेष समुदाय बहुल क्षेत्रों में हिन्दू धर्म के संत नरसिंहानंद सरस्वती का अपमान करने के उद्देश्य से अज्ञात व्यक्तियों द्वारा सड़कों और दीवारों पर फ्लैक्स व पोस्टर लगाकर उसमें अशोभनीय व आपत्तिजनक टिप्पणी लिखी गई है। जो कि धार्मिक भावनाओ को ठेस पहुंचा रहा है।
रायपुर के मौदहापारा, चांदनी चौक, मोमिनपारा जैसे इलाकों में ये पोस्टर देखे जा सकते है। शिवसेना ने कहा कि संत द्वारा दिए गए वक्तव्य का हम समर्थन नहीं करते है। लेकिन किसी भी वक्तव्य का विरोध इस तरीके से मान्य नहीं माना जा सकता। जिसमें किसी की छवि को धूमिल की जाए। संत के बयानों पर एफआईआर दिल्ली में हो चुका है, ऐसे में यदि किसी को छत्तीसगढ़ राज्य में इसका विरोध करना है तो वह कानून के दायरे में रहकर कानूनी कार्रवाई अनुसार किया जाए, ना कि किसी धर्म के धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने के उद्देश्य से किया जाए। ऐसे विरोध से आगे अशांति फैलने की भी आशंका है। दूसरी ओर रायपुर शहर में शाम 6 बजे के बाद धारा 144 लगाई गई है, जिसके बाद भी रात्रि में इस तरह की हरकत अज्ञात व्यक्तियों द्वारा की गई है। शिवसेना ने कहा कि शहर में धार्मिक भावनाओं को भड़काने वाले और इस प्रकार के पोस्टर लगाने वाले अज्ञात व्यक्तियों की जांच कर उन पर कानूनी कार्यवाही की जाए। इसमें प्रमुख रूप से जिलाध्यक्ष शशांक देशमुख, प्रदेश महासचिव सुनील कुकरेजा, राहुल सोनवानी, चद्रकांत वर्मा,प्रकाश यादव, मोहम्मद अकिप खान, विक्की निर्मलकर उपस्थित थे।
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