*सालेटेकरी शराब भट्टी की सील तोड़कर बेची जा रही है शराब*
पूरे लॉकडाउन में शराब भट्टी के कर्मचारियों ने शराब बेचकर जमकर कमाया मुनाफा
सालेटेकरी,बिरसा।कोरोना संक्रमण का चेन तोड़ने के लिए पिछले चालीस दिनों से प्रदेश के साथ साथ बालाघाट जिले में लॉकडाउन लगाया गया है।जिससे देश को आर्थिक नुकसान होने के साथ जिले की गरीब जनता खासा परेशान रही।जिसकी मदद के लिए समाजसेवियों,व्यापारी वर्ग व सरकारी कर्मचारियों ने आगे आकर मदद किया।लेकिन इस सबसे बेपरवाह जिले के शराब भट्टियों के ठेकेदार और शराब माफिया के गुर्गों ने जमकर अवैध शराब बेचा है।बालाघाट जिले के अंतिम छोर पर बसा हुआ है सालेटेकरी,जो छत्तीसगढ़ सीमा को जोड़ती है।यहाँ पर स्थित शराब भट्टी कहने को तो लॉकडाउन लगते ही सील कर दी गयी थी,लेकिन शराब भट्टी पर कार्य करने वाले कर्मचारियों ने शराब भट्टी पर शासन द्वारा लगाई गई सील को तोड़कर पूरे लॉक डाउन में जमकर शराब बेचा है।जिसकी जानकारी स्थानीय पुलिस चौकी को भी थी।लेकिन न जाने किसका दबाव या डर या कुछ और के कारण पुलिस प्रशासन ने शराब ठेकेदार के गुर्गों के ऊपर कार्यवाही करने से बचते हैं।कोचियों के माध्यम से हर जगह शराब बेची जा रही है।राघोली,मछुरदा, कचनारी, झामुल, अचनाकपुर और सड़क पर स्थित ढाबो पर आसानी से शराब उपलब्ध हो जाती है।बिरसा जनपद में आने वाला ज्यादा तर ग्रामपंचायत आदिवासी बहुल है जिनके संरक्षण के लिए शासन के तरफ से अनेक योजनाएं चल रही है।जिनपर पलीता लगाने का कार्य शराब माफियाओं के द्वारा किया जा रहा है।अपनी मेहनत की कमाई को क्षेत्र की जनता शराब में उड़ा रही है जिससे घर मे रोजाना कलह की स्थिति बनी रहती है।जिले में अवैध शराब की विक्री हर थाना हर पुलिस चौकी में हो रही है जिसकी जानकारी पुलिस प्रशासन को भी रहती है लेकिन मजाल है कि आज तक किसी शराब ठेकेदार के ऊपर कार्यवाही किया गया हो।हां महीना दो महीने में महुआ से शराब बनाकर लीटर पांच लीटर बेचने वाले आदिवासियों को पकड़कर चालानी कार्यवाही जरूर कर दिया जाता है।यह सोचने वाली बात है कि पुलिस को महुआ से बनी शराब बेचने वालों की खबर लग जाती है और पुलिस थाना या चौकी के सामने से शराबभट्टी से शराब ले जाने वाले लोगों को पुलिस प्रशासन देख भी नही पाता है?एक तरफ चुस्त तो दूसरी तरफ सुस्त क्यों?
शराब ठेकेदार के गुर्गों की दबंगई से त्रस्त जनता--लॉकडाउन में अवैध शराब बेच रहे शराब ठेकेदार के गुर्गों से जब पूछा गया कि लॉकडाउन में शराब बेच रहे हों तो उल्टा पूछने वाले पर शराब ठेकेदार के गुर्गों ने रौब डालना शुरू कर दिया कि तुम्हे कमरे में घुसकर रुपया चोरी करने में फंसा देंगे,जान से मार देंगे, पुलिस को बुलाकर अंदर करवा देंगे इत्यादि।आखिर इतनी हिम्मत आती है कहाँ से इन गुर्गों में जो आम तो आम क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों को भी धमकाते हैं।शराब ठेकेदार के गुर्गों की उदंडता से क्षेत्र की भोली भाली जनता त्रस्त है जिसका निराकरण करने की सख्त आवश्कता है।इस बारे में बैहर एसडीएम गुरुप्रसाद ने कहा कि जांच करवाकर, कार्यवाही किया जाएगा।वही बैहर विधानसभा के विधायक संजय उइके ने कहा कि स्थानीय पुलिस को बताएं व साक्ष्य भेजें, दोषियों पर कार्यवाही किया जाएगा।अब देखना यह है कि अतिनक्सल प्रभावित क्षेत्र में अवैध शराब विक्री पर शासन प्रशासन के द्वारा क्या कार्यवाही किया जाता है।
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