खैरागढ़ विधायक देवव्रत सिंह वन महोत्सव2021के अवसर पर पौधरोपण किया
डीएफओ वनमंडलाधिकारी संजय यादव खैरागढ़
वृहद वन महोत्सव,"हरियाली है जहॉ, खुशहाली है वहाँ" पौधरोपण महोत्सव मनाया गया
साल्हेवारा:--राजनांदगांव।जिले के वनमंडल खैरागढ़ में माननीय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं माननीय वन मंत्री छत्तीसगढ़ शासन की मंशानुरूप, कलेक्टर राजनांदगांव के निर्देशन एवं वनमंडलाधिकारी खैरागढ़ के कुशल मार्गदर्शन में खैरागढ़ वनमंडल अंतर्गत वृहद् वन महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
वनमंडल अंतर्गत विभिन्न स्थलों पर अयोजित कार्यक्रमों का संक्षिप्त विवरण इस
प्रकार है :-क्र. परिक्षेत्र का आयोजन स्थल
मुख्य अतिथि नाम रोपित पौधा संख्या 100
2 -150
3 -50
4 खैरागढ़ केन्द्रीय विद्यालय खैरागढ़ माननीय देवव्रत सिंह, विधायक, खैरागढ़ छुईखदान विरांगना अवंती बाई शासकीय | माननीय श्री देवव्रत सिंह जी, महाविद्यालय छुईखदान विधायक, खैरागढ़ गंडई शासकीय हाईस्कूल
मान. सरपंच, ग्राम पंचायत ठाकुरटोला
ठाकुरटोला साल्हेवारा शासकीय प्राथमिक शाला मान. श्री कमलेश जघेल जी,भाजीडोंगरी
विधायक प्रतिनिधि डोंगरगढ़ शासकीय उच्चतर माध्य. मान. श्रीमती पुष्पा वर्मा जी शाला मोहारा सदस्य जिला पं. राजनांदगाँव
उत्तर शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला मान. सरपंच, ग्राम पंचायत बोरतलाव ,बछेराभाठा
बछेराभाठा दक्षिण शासकीय कुंज बिहारी माननीय अध्यक्ष, जनपद बोरतलाव महाविद्यालय लाल बहादुर नगर पंचायत, डोंगरगढ़ 100
5:-125
6:- 100
7:-150
उपरोक्तानुसार स्थलों पर वन महोत्सव का कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें स्थानीय जनप्रतिनिधिगण, गणमान्य नागरिक, शिक्षक एवं कर्मचारीगण उपस्थित रहें। सभी के द्वारा पौधा रोपण कर उनकी देखभाल का संकल्प लिया गया। वनमंडल मुख्यालय खैरागढ़ में वन विभाग एवं केन्द्रीय विद्यालय खैरागढ़ के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित 'वन महोत्सव' के मुख्य कार्यक्रम में क्षेत्र के
लोकप्रिय विधायक माननीय राजा देवव्रत सिंह, विक्रांत सिंह उपाध्यक्ष जिला पंचायत राजनांदगाँव, मान. श्रीमती मंजू चतुर्वेदी, वन सभापति जन पंचायत खैरागढ़, मान. सुनीलकांत पाण्डेय, मान. भीखमचंद छाजेड
कपिनाथ महोबिया जी सहित स्थानीय जन प्रतिनिधि एवं मिडिया प्रतिनिधि उपस्थिति रहें। अधिकारीगण संजय कुमार यादव, भा.व.से. वनमंडल अधिकारी खैरागढ़, लवकेश ध्रुव अनुविभागीय अधिकारी राजस्व खैरागढ़, ए.एल. खुंटेउपवनमंडल अधिकारी खैरागढ़, श्री व्ही.एन. दुबे परिक्षेत्र अधिकारी खैरागढ़ सहित वन कर्मचारीगण उपस्थित रहें। विद्यालय परिवार की ओर से कुजूर, प्राचार्य केन्द्रीय
विद्यालय खैरागढ़ सहित शिक्षकगण एवं विद्यार्थीगण उपस्थित रहें। कार्यक्रम को संबोधित करते हुये वनमंडल अधिकारी संजय यादव, भा.व.से. ने अपने उद्बोधन की शुरूआत "हरियाली है जहॉ, खुशहाली है वहाँ" नारे के
साथ की। उन्होंने कहा कि बदलते मौसम के मिजाज एवं पर्यावरणीय परिवर्तन को दृष्टिगत रखते हुये अधिक से अधिक पौधे लगाना तो आवश्यक है कि उससे भी अधिक महत्वपूर्ण उसकी देखभाल करना है। इसके लिये केन्द्रीय विद्यालय के प्राचार्य से उन्होंने अग्रहपूर्वक कहा कि रोपित पौधों की सुरक्षा हेतु विद्यालय परिवार के सदस्यों को पौधों को गोद लिये जाने हेतु प्रेरित करें। विगत महीनों में कोरोनाकाल के
दौरान ऑक्सीजन की कमी ने सभी को पेड़ों के महत्व से सभी को भलिभांति अवगत करा दिया है। उन्होंने आव्हान किया कि रोपित पौधों का पालन-पोषण छोटे बच्चे की भांति करें ताकि वह बड़े पेड़ का आकार ले सके एवं मानव कल्याण में उसकी उपयोगिता सार्थक सिद्ध हो सके। सुनीलकांत पांडेय, जिला कांग्रेस महामंत्री द्वारा भी पेड़ों के महत्व पर प्रभावी व्यक्तव्य दिया गया। जीवन में शिक्षा के महत्व को ध्यान में रखते हुये माननीय देवव्रत सिंह जी द्वारा अपने संसदीय कार्यकाल के दौरान खैरागढ़ में केन्द्रीय विद्यालय की स्थापना कराये जाने का वर्णन करते हुये खैरागढ़ के लिये यह
गौरव भरी उपलब्धि होना बताया। उन्होंने पौधा रोपण पर्यावरण के लिये आवश्यक होना बताते हुये कहा कि व्यक्ति के जीवन में पेड़ों का अमूल्य योगदान है। क्षेत्र के लोकप्रिय एवं मिलनसार विधायक राजा देवव्रत सिंह
जी द्वारा जुलाई माह (बरसात के महीने) में बढ़े हुये तापमान एवं उमस के बावजूद भी
विगत 10 दिनों से कोई वर्षा नहीं होना, जलवायु परिवर्तन की प्रतिकूलता के लिये
मानव ही जिम्मेदार होना बताते हुये वन महोत्सव जैसे विभिन्न हरियाली प्रसार वाले
कार्यक्रमों के माध्यम से अधिकाधिक पौधा रोपण किया जाना ही एकमात्र उपाय होना
बताया। ग्लोबल वार्मिंग का हवाला देते हुये कोरोना (कोविड-19) को वैश्विक महामारी
बताया उन्होंने यह भी बताया कि जिन देशों में उनके भौगोलिक क्षेत्र के 80 प्रतिशत
से अधिक क्षेत्र में वन है, उन देशों में इस वैश्विक महामारी का असर नगण्य रहा है।
प्राणवायु (ऑक्सीजन) मात्र की कमी से लाखों लोगों द्वारा अपने स्वजनों को खोने का जिक्र करते हुये वे भावुक हो गये। उन्होंने अपने उद्बोधन में प्रेरक प्रसंगों का वर्णन करते हुये सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय की मंशा से पर्यावरण संरक्षण हेतु प्रत्येक व्यक्ति को अपनी जिम्मेदारी समझने एवं उस पर प्रतिबद्धतापूर्वक अमल करने का आव्हान किया। उन्होंने यह भी कहा कि वन महोत्सव की सार्थकता तब पूरी होगी जब
हम लगाये गये सभी पौधों को पेड़ बनते तक सुरक्षित रखेंगे। उन्होंने राजनांदगाँव संसदीय क्षेत्र के सांसद रहने के दौरान उनके द्वारा
किये गये प्रयासों से केन्द्रीय विद्यालय की खैरागढ़ में स्थापना के बारे बताते हुये बड़ी
ही आत्मीयता से विद्यालय की महत्ता एवं उपयोगिता का वर्णन किया। उन्होंने वन
अधिकार मान्यता पत्र के लालच में कतिपय ग्रामीणों द्वारा वनक्षेत्र में किये जा रहे बेजा
अतिक्रमण की घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुये कहा कि किसी भी व्यक्ति को अपने तात्कालिक लाभ के लिये अपने भविष्य से छेड़छाड़ नहीं करनी चाहिए। तत्संबध
में छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा प्रभावी रणनीति तैयार किये जाने की बात बताते हुये
उन्होने वन अमले की सराहना की, उत्साहवर्धन किया। ऑक्सीजन की कमी से भविष्य
में किसी को, कोई परेशानी न हो इस भावना से अभिभूत होकर उन्होंने अधिकाधिक
पौधा रोपण किये जाने का आव्हान किया।
कार्यक्रम के संयोजक कुजूर, प्राचार्य केन्द्रीय विद्यालय खैरागढ़ द्वारा पेड़ों का प्रत्येक जीवधारी के जीवन में विशिष्ट महत्व होना बताते हुये अधिकाधिक पौधा रोपण करने एवं उनकी देखभाल करने का आव्हान किया गया। उनके द्वारा वन महोत्सव कार्यक्रम में उपस्थित समस्त सम्माननीय अतिथियों, अधिकारियों तथा विद्यालय वनमंडल परिवार के समस्त सदस्यों (शिक्षकगण/कर्मचारीगण एवं विद्यार्थियों) का आभार व्यक्त किया।
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