अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
रायपुर -- जो जनप्रतिनिधि संसदीय प्रणाली में ईमानदारी और कर्त्तव्यनिष्ठा के साथ कार्य करते हैं और जनहित के प्रति समर्पित रहते हैं , उन्हें उसका प्रतिफल अवश्य मिलता है। विधानसभा , नीति निर्धारण करने वाली सर्वोच्च संस्था होती है। यह एक ऐसा पवित्र स्थल है , जहां से प्रदेश के भविष्य का रास्ता तय होता है। इसके माध्यम से निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को जनता की सेवा करने का अवसर मिलता है।
उक्त बातें महामहिम राज्यपाल अनुसुइया उइके ने आज छत्तीसगढ़ विधानसभा के डा० श्यामा प्रसाद मुखर्जी प्रेक्षागृह में आयोजित उत्कृष्टता अलंकरण समारोह में उपस्थित जनप्रतिनिधियों एवं मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुये कही। राज्यपाल ने समारोह में पुरस्कृत उत्कृष्ट विधायकों , उत्कृष्ट संसदीय पत्रकारों एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पत्रकारों को शुभकामनायें देते हुये कहा यह प्रसन्नता की बात है कि महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में 02 एवं 03 अक्टूबर 2019 को विधानसभा का दो दिवसीय विशेष सत्र आयोजित किया गया जो सराहनीय रहा। कोरोना काल के दौरान भी विधानसभा के संक्षिप्त सत्र आयोजित किये गये। उन्होंने आगे कहा कि लोकतंत्र में सत्ता पक्ष के साथ विपक्ष की भी प्रमूख भूमिका होती है। राज्य की प्रगति और विकास के संदर्भ में दोनों का दृष्टिकोण एक होना चाहिये। आपसी समझ और परस्पर विश्वास की नींव पर ही जनकल्याण का लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है। हमारी विधानसभा में सभी पक्षों में बड़ी सार्थक चर्चा होती है और समन्वय के साथ कार्य होता है। यह बात विधानसभा के इस सत्र में भी दिखाई दी। इसके लिये मैं विधानसभा अध्यक्ष , मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष को बधाई देती हूं जिन्होंने प्रदेश के ज्वलंत मुद्दों को सामंजस्य के साथ समाधान किया। राज्यपाल ने कहा कि मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ माना जाता है। मीडिया, विधायिका-कार्यपालिका के मध्य सेतु का कार्य करता है। यह नागरिकों की समस्याओं से दोनों स्तंभों को रूबरू कराता है और आम जनता को भी शासन की जनकल्याणकारी नीतियों की जानकारी देता है। छत्तीसगढ़ में मीडिया ने अपने विविध रूपों के माध्यम से ना केवल आम जनता को जागरूक और शिक्षित किया है, बल्कि राज्य के विकास में अहम भूमिका भी निभायी है। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि आज पुरस्कृत हुये सभी विधायक एवं पत्रकार बंधु समाज के लिये प्रेरणा का स्रोत हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इसी प्रकार वे अपने कुल , प्रदेश और देश का नाम रोशन करते रहेंगे। वहीं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि एक विधायक के लिये निर्वाचित होना तथा निर्वाचन के पश्चात विधानसभा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करना और उस प्रदर्शन को निरंतर बनाये रखना एक चुनौती है। इस कारण से एक विधायक के लिये संसदीय जीवन में उत्कृष्ट विधायक का पुरस्कार पाना एक बड़ी उपलब्धि होती है। हम विधानसभा की कार्यवाही में जो हिस्सा लेते हैं, तार्किंक ढंग से अपनी बातें रखते हैं उसे देश-प्रदेश की जनता के मध्य ले जाना का कार्य मीडिया करती है। इस दौरान पत्रकारों को समय , गुणवत्ता , संतुलन बनाये रखने की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। उनके लिये भी उत्कृष्ट पत्रकारिता का पुरस्कार पाना एक उपलब्धि है। इन समस्त लोगों को जो पुरस्कार मिला है ये उनकी मेहनत का परिणाम है। इस अलंकरण समारोह में वर्ष 2019 के लिये उत्कृष्ट विधायक की श्रेणी में अरूण वोरा एवं सौरभ सिंह , उत्कृष्ट पत्रकार श्रेणी में सुरेन्द्र शुक्ला , मोहन तिवारी , कैमरामेन दीपक साहू और 2020 के लिये उत्कृष्ट विधायक श्रेणी में कुलदीप जुनेजा , नारायण चंदेल और उत्कृष्ट पत्रकार श्रेणी में स्वर्गीय राजादास , आर.के. गांधी , कैमरामेन दिलीप कुमार सिन्हा को सम्मानित किया गया। स्वर्गीय राजादास की पत्नि ने यह सम्मान ग्रहण किया। कार्यक्रम में महामहिम राज्यपाल , मुख्यमंत्री सहित सभी अतिथियों ने वरिष्ठ पत्रकार स्वर्गीय राजादास को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की।कार्यक्रम को नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने भी संबोधित किया।संसदीय कार्य मंत्री रविन्द्र चौबे ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में राज्यपाल को प्रतीक चिन्ह प्रदान करते हुये उनके दो वर्ष के कार्यकाल पूर्ण करने पर बधाई एवं शुभकामनायें भी दी गई। इस अवसर पर सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत , विधानसभा उपाध्यक्ष मनोज कुमार मंडावी , मंत्रीगण , संसदीय सचिवगण , विधायकगण , विधानसभा के प्रमुख सचिव चन्द्रशेखर गंगराड़े एवं मीडिया प्रतिनिधि उपस्थित थे।
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