बेमेतरा/नवागढ़. भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य मधु रॉय के नेतृत्व में अविभाजित मध्य प्रदेश की प्रथम महिला सांसद मिनीमाता की पुण्यतिथि मारो मण्डल के ग्राम पंचायत चक्रवाय में मनाई गई। इस अवसर पर उनके प्रतिमा पर माल्यार्पण करते हुए उनके महत्वपूर्ण कार्यों एवं अविभाजित मध्य प्रदेश के लिए महत्वपूर्ण योगदान को याद करते हुए उन्हें श्रद्घांजलि अर्पित की गई। साथ ही कोरोनाकाल में कार्य करने वाली मितानिनों का भी संम्मान किया गया। कार्यक्रम में वरिष्ठ नेता रामकुमार देशलहरा, युवा मोर्चा कोषाध्यक्ष मुचकुंद लोधी एवं युवा मोर्चा जिला मंत्री युपेश साहू सहित वरिष्ठ नेतागण उपस्थित रहे।
श्रीमती रॉय ने कहा कि मिनीमाता का मूल नाम मीनाक्षी देवी था एवं उनका जन्म असम राज्य के दौलगांव में हुआ था तथा उनका विवाह गुरु घासीदास के चौथे वंशज गुरु अगम दास से हुआ। विवाह के बाद वह छत्तीसगढ़ आई थी तब से उन्होंने क्षेत्र के विकास के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया। मिनीमाता ने स्वाधीनता के आंदोलन समाज सुधार और मानव उत्थान कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। वे 1951 से 1971 तक सांसद के रूप में लोकसभा की सदस्य रही। उन्होंने ने आगे बताया कि मिनीमाता ने नारी उत्थान, किसान, मजदूर, छुआछूत कानून, बाल विवाह, दहेज प्रथा निशक्त व अनाथों के लिए आश्रम ,महिला शिक्षा और समाज हितेषी कार्य में महती भूमिका निभाई।
श्री देशलहरा ने कहा कि एक तरफ जहां राजनेता के रूप में संसद में मिनीमाता भूमिका सर्वोत्कृष्ट रही तो दूसरी ओर गुरु माता के रुप में सम्पूर्ण समाज का मागदर्शन किया। सतनामी समाज के स्वाभिमान के लिए किए गए उनके कार्यों को कभी भुलाया नहीं जा सकता। उनके त्याग और समपज्ण का समाज सदैव ऋणी रहेगा।
इस अवसर पर विजय डहरिया, कार्तिक घृतलहरे, बबलु बांधे, वीरेन्द्र घृतलहरे, जितेंद्र मात्रे, अभिषेक राजपूत, दयाराम सोनवानी, मनीष साहू, पुराणिक बघेल, भरतलाल कोशले, बालशंकर वर्मा, गुणेश वर्मा, दुर्गेश वर्मा, संजय रात्रे, ओमप्रकाश साहू, सूरज साहू, मुकेश वर्मा, राजकुमार, सोहन लाल कुर्रे, उबारन दास, मयाराम, रूपदास सहित समाजिक जन व कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
No comments:
Post a Comment
Please do not enter any spam link in the comment box.