खैरागढ़:-जिला निर्माण आंदोलन
रायपूर जानें निकलें वाहनों के काफिलें को धमधा सीमा पर जोरातराई में प्रशासन ने बलपूर्वक रोका,
भारी बारिश के बीच झूमाझटकी के बाद लोगों ने दी गिरप्तारी,
आधीरात जागें प्रशासन ने सुबह बुलाई थी बैठक, समझाइश रही बेअसर, फिर सजाई फिल्डिंग
खैरागढ़ । खैरागढ़ को जिला बनाए जानें की जारी मुहिम के बीच मंगलवार को मुख्यमंत्री से मिलनें रायपूर निकलें जिला निर्माण समिति के काफिलें को पुलिस और प्रशासन ने खैरागढ़ धमधा सीमा पर ग्राम जोरातराई में बीच में ही रोक लिया । इस दौरान जिला निर्माण समिति सदस्यों ने पुलिस द्वारा लगाए गए बेरिकेटस को तोड़ने का भी प्रयास किया लेकिन मौके पर दलबल सहित उपस्थित प्रशासन और पुलिस बल में जिला निर्माण सदस्यों को आगे नहीं बढ़ने दिया ।
आखिरकार जोरातराई में ही जिला निर्माण समिति नें खैरागढ़ को जिला बनाए जानें एसडीएम और पुलिस के आला अधिकारियों के बीच जाकर वहाँ गिरप्तारी दी । इधर सप्ताह भर से मुख्यमंत्री से मिलनें रायपूर जानें की तैयारी कर रही जिला निर्माण समिति को मंगलवार को खैरागढ़ को जिला बनाए जानें जमकर समर्थन मिला । सुबह से वाहनों का काफिला स्थानीय अंबेडकर चौक पर तैयार होता रहा । सुबह दस बजे के बाद वाहनों का काफिला खैरागढ़ से रायपूर जानें बाजार अतरिया धमधा मार्ग से रवाना हुआ । इधर प्रशासन ने काफिलें को रोकनें सुबह से व्यापक तैयारी की थी ।
बारिश के बीच झूमाझटकी के बाद रोक दिया काफिला
शहर से निकलें वाहनों के काफिलों को बाजार अतरिया के आगे जोरातराई सीमा पर प्रशासन ने रोक दिया। इस दौरान पुलिस बल और जिला निर्माण समिति सदस्यों के बीच बेरिकेटस तोड़नें हल्की झूमाझटकी भी हूई । बेरिकेटस के पास प्रदर्शनकारियों के पहुँचतें ही भारी बारिश भी शुरू हो गई । इसके चलते गिरतें पानी में भी जिला निर्माण समिति सदस्यों और पुलिस बल आमनें सामनें रहे । प्रदर्शन और काफिलें को रोकनें जिला प्रशासन के निर्देश पर तगड़ी व्यवस्था बनाई गई थी। दो एएसपी आधा दर्जन डीएसपी सहित बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था । बारिश के बाद वहाँ बनाए गए अस्थाई जेल में ही प्रदर्शन कारियों ने अपनी गिरप्तारी दी । इस दौरान भारी बारिश में भी जिला संघर्ष के लिए जज्बा कम नहीं हुआ और मौके पर ही जमकर नारेबाजी होती रही ।
आधी रात जागा प्रशासन, प्रदर्शन रोकनें सुबह ली बैठक
सप्ताह भर से रायपूर जाकर मुख्यमंत्री से मिलने की जिला निर्माण समिति की तैयारी के बाद सोमवार देररात प्रशासन के अधिकारी हरकत में आए । आधीरात को प्रशासन ने जिला निर्माण समिति के साथ मंगलवार सुबह 7 बजें स्थानीय थाना परिसर में बैठक रखी । सुबह खबर के बाद जिला निर्माण समिति के वरिष्ठ सदस्य बैठक में पहुँचें । इस दौरान एसडीएम सहित पुलिस अधिकारियों ने रायपूर जानें का कार्यक्रम रदद करने कहा जिसे नहीं माना गया । आखिरकार प्रशासन नें इसे रोकनें तैयारी शुरू कर दी । इधर जिला निर्माणसमिति नें भी वाहनों की तैयारी शुरू करतें दस बजे सभी वाहनों में भरकर रायपुर के लिए रवाना हुए। ईतवारीबाजार में पेंशनर संघ की ब्लाक इकाई के सदस्यों ने वाहनों को झंडी दिखाकर रवाना किया ।
जिला निर्माण के समर्थन में बंद रहा नगर
मंगलवार को जिला निर्माण समिति के आव्हान पर पूरा शहर जिला बनाए जानें के समर्थन में पूर्णत बंद रहा। जिला निर्माण समिति में इसके लिए पहले ही शहर के व्यापारियों, दुकानदारों और प्रतिष्ठानों के संचालकों से सहयोग और समर्थन मांगा था। मंगलवार को शहर में आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर बाकी सारी दुकानें स्वतं ही बंद रही । अधिकांश दुकानदार और व्यापारी खुद जिला निर्माण समिति के द्वारा रायपूर आंदोलन के लिए शामिल हुए और वाहनों के साथ रायपूर रवाना हुए । इधर डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद आखिरकार जोरातराई से ही सांकेतिक गिरप्तारी के बाद जिला निर्माण समिति सदस्यों को वापस लौटना पड़ा । शहर सहित इलाकें भर में मिलें भरपूर समर्थन के बाद जिला निर्माण समिति सदस्यों ने कहा कि अब जिला बनाए जाए उग्र आंदोलन तेज होगा ।
मुख्यमंत्री को ही सौंपेंगें ज्ञापन
जोरातराई में रायपूर जा रहे काफिलें को बलपूर्वक प्रशासन द्वारा रोकने की कार्यवाही के बाद जिला निर्माण समिति में मुख्यमंत्री की सौंपनें वाले ज्ञापन को भी वापस ला लिया। समिति सदस्यों ने कहा कि एसडीएम की कार्यवाही के बाद रायपुर जाकर मुख्यमंत्री को जिला निर्माण किए जानें का ज्ञापन नहीं दिया जा सका। जिसे अब प्रशासनिक अधिकारियों को भी नहीं दिया जाएगा । बल्कि इस ज्ञापन को सीधें मुख्यमंत्री को ही सौंपा जाएगा । घंटे भर बारिश में भीगतें जिला निर्माण समिति सदस्य सहित लोग आखिरकार सिरसारी किए जानें के बाद वापस शहर लौट आए ।
सीएनआई न्यूज़ खैरागढ़ से सोमेश कुमार की रिपोर्ट
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