18 अक्टूबर,सोमवार/रायपुर शासकीय दूधाधारी वैष्णव संस्कृत महाविद्यालय में आज जनभागीदारी समिति के सदस्यों की पहली बैठक सम्पन्न हुई। जनभागीदारी समिति की सदस्य आरती उपाध्याय की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में समिति के अन्य सदस्य महाविद्यालय की प्राचार्या व अन्य स्टॉफ उपस्थित रहे। बैठक की शुरुआत में महाविद्यालय के आचार्य द्वारा मंगलाचार का उच्चारण किया गया जिससे वातावरण में एक सकारात्मक ऊर्जा का संचार हुआ।
आज के इस बैठक में कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हुई जिसमें महाविद्यालय संचालित कोर्स की जानकारी,विद्यार्थियों की संख्या,महाविद्यालय में संचालित नए कोर्स की जानकारी,महाविद्यालय परिसर में कुल कर्मचारियों की संख्या पर सार्थक चर्चा हुई। कोरोना के कारण बीते 2 वर्षों में जनभागीदारी समिति की कोई बैठक ना हो पाने के कारण एक स्टाफ की लगभग 2.5 साल से रुकी हुई सैलरी को जनभागीदारी समिति के आज के इस बैठक में जारी करने का आदेश दिया गया। बैठक पर चर्चा के बाद महाविद्यालय परिसर का भ्रमण कर वहाँ बन रहे नए भवन का निरीक्षण किया गया तथा मूलभूत समस्याओं जैसे :- मरम्मत कार्य,बिजली खम्भो की बंद लाईट को चालू करने व अन्य समस्याओं जल्द से जल्द निराकरण करने हेतु प्राचार्य महोदया से कहा गया जिस पर उन्होंने कार्य को करवाने का आश्वासन दिया।
जनभागीदारी समिति के सदस्यों द्वारा संस्कृत महाविद्यालय की प्रमुख समस्या विद्यार्थियों की कमी को दूर करने हेतु सम्बंधित संस्थानों में जाकर समिति के सदस्यों द्वारा अधिक से अधिक विद्यार्थी महाविद्यालय में पढ़ाई कर सके उसके लिए प्रयास किया जाएगा। साथ ही महाविद्यालय के मुख्य द्वार में लाईट की व्यवस्था एवं आकर्षक बनाने हेतु भी महाविद्यालय प्रबंधन को निर्देशित किया गया ताकि आसानी से आमजनता संस्कृत महाविद्यालय तक पहुंच सकें। आज के इस बैठक में जनभागीदारी समिति की अध्यक्षा आरती उपाध्याय,शरद अग्रवाल,योगेश दीक्षित,कामत कुमार साहू,अभिजीत तिवारी,प्रीति उपाध्याय व पद्मा ठाकुर उपस्थित थे।
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